कश्मीर में हो रहे अत्याचार का भंडाफोड़ करने जेनेवा जा रहे खुर्रम परवेज़ गिरफ्तार

कश्मीर: घाटी में रह रहे कश्मीरियों पर हो रहे अत्याचार की आवाज़ को दबाने में जुटी सरकार और पुलिस अपनी तरफ से हर संभव कोशिश करती आ रही है। बीते दिनों हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के बाद जैसे जैसे घाटी में हालात बिगड़ते गए वैसे वैसे ही पुलिस और सेना के कश्मीरी नागरिकों पर अत्याचार भी बढ़ते गए।

कश्मीर में हो रही बदसलूकियों की भनक मीडिया और दुनिया के मानवाधिकार संगठनों को न लगे इसके लिए मीडिया और इन्टरनेट जैसी सारी सुविधाओं पर रोक लगा दी गई। ऐसे में कश्मीरियों की दर्द भरी गाथा दुनिया तक पहुंचाने का काम कर रहे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के ज़िम्मे आता है। लेकिन अपनी पोल खुलने के डर से सरकार इस कार्यकर्ताओं के राह में भी रोड अटकाने शुरू कर दिए हैं जिसका उदारण आज देखने को मिला घाटी में जहाँ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जेनेवा में यूनाइटेड नेशन्स की तरफ से आयोजित की जा रहे ह्यूमन राइट्स कमीशन सेशन में भाग लेने जा रहे कश्मीर के मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज़ को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के बाद खुर्रम को कोठीबाग पुलिस स्टेशन में रखा गया है। गिरफ्तारी की वजह जाने के लिए हमारी तरफ से पुलिस अधिकारियों से बात करने के सभी प्रयास विफल रहे। आंकड़े बताते हैं कि कश्मीर में किसी मानवाधिकार कार्यकर्ता की गिरफ्तारी का यह पहला मामला है।