कश्मीर: विधानसभा में मारे गए लोगों के लिए मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा

कश्मीर: पिछली गर्मियों में घाटी में फैली तनाव के दौरान मारे गए लोगों के लिए मुआवजे के मुद्दे पर आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया. विधानसभा में सदस्यों ने आरोप लगाया कि पीडीपी और भाजपा सरकार इस मामले में दोहरा मापदंड अपना रही है.

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बसीरत ऑन लाइन के अनुसार, आज सदन के शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने नेशनल कांफ्रेंस के विधायक अली मोहम्मद सागर के नेतृत्व में यह मांग की कि सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह घाटी में पिछले साल पांच महीने तक चली तनाव में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देगी या नहीं. सागर ने कहा कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने तनाव के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की थी, लेकिन सहयोगी साथी भाजपा को इस पर कड़ी आपत्ति हे. विपक्ष के सभी सदस्य सदन के बीचों बीच आ गए और ‘हमारे सवालों के जवाब दो और दोहरी नीति नहीं चले गी’ के नारे लगाने लगे.
तनाव की परिस्थितियों में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के रख-रखाव की मांग के संदर्भ में पिछले सप्ताह महबूबा ने कहा था कि वे हमारे बच्चे हैं और हमें उनकी पुनर्वास सुनिश्चित करना है, हम ने मृतकों के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये मुआवजा की राशि रखी है. उन्होंने कहा कि ऐसे किसी नाजुक मामले में, सरकार उनके परिवारों और अपनी दृष्टि गंवा चुके बच्चों को नौकरी दिलवाने के लिए वचनबद्ध है. उन्होंने कहा कि स्थायी विकलांगता का शिकार बने लोगों को 75 हजार रुपये मिलेंगे.