कश्मीर हिंदूस्तान का अटूट हिस्सा नहीं , पाकिस्तान का लफ़्ज़ी हमला

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा । 12 अक्टूबर। (पी टी आई ) पाकिस्तान ने इश्तिआल अंगेज़ रिमार्कस में आज दावा किया कि जम्मू-ओ-कश्मीर कभी भी हिंदूस्तान का अटूट हिस्सा नहीं रहा है और कश्मीरी अवाम की मर्ज़ी का पता चलाने केलिए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा ज़ेर-ए-क़ियादत इस्तिसवाब-ए-राए आम्मा (रिफरेनडम)का मुतालिबा किया , जिस पर हिंदूस्तान की जानिब से शदीद रद्द-ए-अमल सामने आया है जिस में इन रिमार्कस को गै़रज़रूरीक़रार दिया गया । जम्मू-ओ-कश्मीर हिंदूस्तान का लाज़िमी हिस्सा नहीं है , और ना ही कभी ऐसा मुआमला रहा है । पाकिस्तान के मुस्तक़िल मिशन बराए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा से बहैसीयत कौंसिलर वाबस्ता ताहिर हुसैन अंदराबी ने जनरल असैंबली में मुबाहिसा के दौरान ये बात कही । नई दिल्ली को ब्रहम करने वाले रिमार्कस में पाकिस्तान के नायब मुस्तक़िल नुमाइंदे बराए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा रज़ा बशीर तर्रार ने कहा : जुनूबी एशिया में जम्मू-ओ-कश्मीर के अवाम के नाक़ाबिल नजरअंदाज़ हक़-ए-ख़ुद्दारादियत को सलामती कौंसल की मुतअद्दिद क़रारदादों ने तस्लीम किया है & दरहक़ीक़त सामराजी कंट्रोल ख़तन करने से मुताल्लिक़ अक़वाम-ए-मुत्तहिदा का एजंडा जम्मू-ओ-कश्मीर तनाज़ा की यकसूई के बगै़र नामुकम्मल रहेगा। उन्हों ने ताहम कहा कि पाकिस्तान जम्मू-ओ-कश्मीर तनाज़ा का पुरअमन हल तलाश करने का पाबंद अह्द है , जिस के नतीजे में जुनूबी एशिया में देरपा अमन और इस्तिहकाम क़ायम होगा । इस ब्यान पर रद्द-ए-अमल में हिंदूस्तानी नुमाइंदा आर रवींद्र (फ़रस्ट सैक्रेटरी) ने कहा कि पाकिस्तानी ओहदेदार ने जम्मू-ओ-कश्मीर का जिस अंदाज़ में तज़किरा क्या वो गै़रज़रूरी और इस कमेटी के काम काज से बिलकुल्लिया ग़ैर मुताल्लिक़ है ।