कसीर ब्रांड रीटेल शोबा(क्षेत्र ) में एफ डी आई

मुसाबक़त(प्रतिस्पर्धा) के जज़बा की हौसलाअफ़्ज़ाई मक़सूद सी सी आई सदर नशीन अशोक चाओला का बयान

गैर मुल्की(विदेशी) सरमायाकारी के लिए कसीर ब्रांड रीटेल शोबा को खोल देने की सख़्त मुख़ालिफ़त(विरोध ) का सामना करनेवाली हुकूमत का दिफ़ा करते हुए मसह बिकती कमीशन औफ़ इंडिया ने आज कहा कि बड़ी कंपनियों का रीटेल बाज़ार में दाख़िला मुसाबक़त के जज़बा की हौसलाअफ़्ज़ाई करेगा। सदर नशीन कमीशन अशोक चाओला ने कहा कि कसीर ब्रांड रीटेल शोबा में रास्त गैर मुल्की सरमाया कारी से मुसाबक़त को फ़रोग़ होगा, जैसा कि हम बादियुन्नज़र में देख सकते हैं।

कम अज़ कम मुबय्यना मक़सद(कथित उद्देश्य) से हम ये तो देख सकेंगे कि ये किस तरह कारआमद होता है? कसीर ब्रांड कंपनियों के दाख़िला के बाद उन की कारकर्दगी वाज़िह होजाएगी और हम देख सकेंगे कि उन्हें रोकने की ज़रूरत है। सयासी पार्टियों के शोर-ओ-गुल की परवाह किए बगैर उन्हों ने कहा कि कसीर ब्रांड रीटेल शोबा पर हद से ज़्यादा निगरानी नहीं रखी जाएगी। उन्हों ने कहा कि इस शोबा को किसी भी दुसरे शोबा की तरह जिस की कोई ख़ुसूसी हरकयात ना हूँ, बाक़ायदा बनाया जाएगा।

51 फीसद रास्त गैर मुल्की सरमायाकारी की कसीर ब्रांड रीटेल शोबा में इजाज़त देने से यू पी ए की हलीफ़ तृणमूल कांग्रेस मजबूर होगई कि वो हुकूमत की ताईद से दसबरदारी इख़तियार करले। दुसरे सयासी पार्टियों में बिशमोल अपोज़ीशन बी जे पी और बाएं बाज़ू की पार्टियों ने भी कसीर ब्रांड रीटेल शोबा को रास्त गैर मुल्की सरमायाकारी के लिए खोल देने पर ज़हनी तहफ़्फुज़ात(मानसिक सुरक्षा) का इज़हार किया।

इस फैसले का ताहम शोबा-ए-सनअत ने ख़ैरमक़दम करते हुए उसे एक ज़बरदस्त रुजहान बहाल करने वाला कदम करार दिया। माहिरीन ने भी इस कदम को माक़बल इस्लाहात(सुधार ) कार्रवाई क़रार दिया और कहा कि इस से कई दिलचस्पी रखने वालों बिशमोल काश्तकारों, छोटे पैदावार कननदों और सारफ़ीन को फ़ायदा पहुंचेगा। डाइरेक्टर नाथन इंडिया राम तुमारा ने कहा कि अगर वस्त मुद्दती और तवील मुद्दती तकसेरेत शोबा-ए-सनअत में वाक़्य होती है तो चंद चिल्लर फ़रोश पूरी मार्किट के बड़े हिस्से पर कंट्रोल हासिल कर सकें गे।

मुख़ालिफ़ मुसाबक़त(विरोधी प्रतिस्पर्धा) रवैय्या के रुजहान पैदा होंगे, चाहे वो मुतवाज़ी तहदेदात की शक्ल में हूँ। जहां भी चिल्लर फ़रोश अपनी बाज़ार की ताक़त पर ग़लबा हासिल करलेंगे और अपने सरबराह कननदों को मुतवाज़ी इंतिज़ामात जैसे कि कार्टेल रवैय्या बहाल करने पर मजबूर करदेंगे। ताहम उन्हों ने कहा कि ये सिर्फ एक मंज़र नामा है जो उभर सकता है और ज़रूरी नहीं कि दरहक़ीक़त ये कार्रवाई इसी तरह अमल में आए।

सारफ़ीन की तंज़ीम किट्स ने कहा कि इमकानी इंसिदाद मुसाबक़त अवामिल के बारे में अंदेशे पाए जाते हैं कि इस के नतीजे में जारिहाना कीमतों का तीन और बड़ी कंपनियों के बाज़ार पर ग़लबा का इस्तिहसाल करने के बारे में अंदेशे बे बुनियाद हैं, क्यों कि गैर मुनज़्ज़म रीटेल शोबा में दाख़िला कमतर सतह पर होगा। किट्स के जनरल सैक्रेटरी प्रदीप महित ने कहा कि अगर उसे तरीके इख़तियार किए जाएं तो सी सी आई उन से बख़ूबी निपट सकेगा