बर्खास्त भाजपा नेत्री ने लगाये गंभीर आरोप, कहा डिमांड पूरी नहीं की इसलिए बाहर कर दिया गया

भारतीय जनता पार्टी ने तिलहर विधानसभा की पूर्व प्रत्याशी रहीं डा. रागिनी सिंह व उनके पति डा. संजीव सिंह को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। डा. रागिनी और उनके पति संजीव के खिलाफ पार्टी ने यह कार्रवाई अनुशासनहीनता के आरोप में की है। नेतृत्व ने कहा है कि बर्खास्तगी के बाद भी अगर दोनों ने पार्टी का नाम, झंडा, बैनर पोस्टर का इस्तेमाल किया तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पार्टी से बर्खास्त होने के बाद डॉ रागिनी सिंह ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि भाजपा के बड़े नेताओं की पैसे की भूख को जब वो पूरी नहीं कर सकीं तो बसपा से भाजपा में आए विधायक रोशन लाल वर्मा के इशारे पर उन पर यह कार्रवाई की गयी।

पूर्व प्रत्याशी रहीं डा. रागिनी सिंह इस बार भी चुनाव  की तैयारियों में जोर शोर से जुटी थी। वे टिकट की दावेदार भी मानी जा रही थीं, लेकिन इसी बीच बसपा से बर्खास्त होने के बाद विधायक रोशन लाल वर्मा भाजपा में शामिल हो गए।

उनका ये भी आरोप है कि कुछ भाजपा नेता उनसे लगातार पैसे की मांग कर रहे थे जो कि उनकी हैसियत से बाहर थे। लेकिन बसपा छोड़ भाजपा में आए विधायक रोशनलाल वर्मा भाजपा नेताओं की डिमांड के मुताबिक पैसा देते हैं। वहीं वो भाजपा नेताओं की डिमांड को पूरी नहीं कर सकीं तो उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया।

भाजपा जिला महामंत्री डीपीएस राठौर ने बताया कि डा. रागिनी और उनके पति संजीव द्वारा 16 दिसंबर को परिवर्तन यात्रा के दौरान जिला अध्यक्ष राकेश मिश्रा अनावा के साथ दुर्व्यवहार किया था, इस मामले को पार्टी ने गंभीरता से लिया, जिसके परिणाम स्वरुप दोनों को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया।

नेतृत्व का मानना है कि डा. रागिनी और उनके पति संजीव द्वारा पूर्व में भी मर्यादाओं को लांघकर अनुशासनहीनता तोड़कर नेतृत्व को चुनौती दी जा चुकी है।