क़तर का दौरा, पाकिस्तान से इजाज़त लेने तालिबान की तरदीद (खंडन)

तालिबान ने इबतिदाई मरहला (दौर) के मुज़ाकरात (बात चीत ) में हिस्सा लेने अपने नुमाइंदों को क़तर रवाना करने के लिए पाकिस्तान से इजाज़त लेने की तरदीद (खंडन) की है और कहा कि उन्हों ने आज़ादाना तौर पर ये फ़ैसला किया है। अमरीका को उम्मीद है की इन मुज़ाकरात (बात चीत ) से अफ़्ग़ान अमन समझौता तय किया जा सकता है।

तालिबान ने अपने वेब साईट पर जारी करदा ब्यान में कहा कि वो अपने तमाम फ़ैसले इस्लामी उसूलों की रोशनी और मुल्क के मुफ़ादात के मुताबिक़ करते हैं और एक मर्तबा फिर ये वाज़िह (स्पष्ट) कर देना चाहते हैं कि हमारे नुमाइंदे पाकिस्तान की इजाज़त से क़तर रवाना नहीं हो रहे हैं। ब्यान में मज़ीद (और) कहा गया है कि इस्लामी इमारत (अफ़्ग़ानिस्तान) अपने तमाम उमूर (मामलों) में आज़ाद है।

ओबामा इंतिज़ामीया को तवक़्क़ो है कि इन मुज़ाकरात (बात चीत ) के बाद सदर हामिद करज़ई की अफ़्ग़ान हुकूमत और तालिबान के दरमयान अमन बात-चीत दुबारा शुरू हो जाएगी जो इस साल मार्च में मुनक़ते हो (कट) गई थी।