फ़लस्तीनी वज़ीर-ए-आज़म इस्माईल हनिया और सदर महमूद अब्बास ने क़ौमी मुफ़ाहमत के लिए एक दूसरे केसाथ तआवुन जारी रखने और मुशतर्का मेकानिज़म तशकील देने पर इत्तिफ़ाक़ किया है।मर्कज़ इत्तेलाआत फ़लस्तीन के मुताबिक़ वज़ीर-ए-आज़म हनिया के तर्जुमान ताहिर नोनू ने क़ाहिरा में एक न्यूज़ कान्फ़्रैंस से ख़िताब में कहा कि दोनों फ़लस्तीनी लीडर मुल्क में क़ौमी मुफ़ाहमत को अमली शक्ल देने के लिए एक दूसरे के साथ तआवुन पर मुत्तफ़िक़ हैं।
तर्जुमान ने बताया कि फ़लस्तीनी वज़ीर-ए-आज़म हनिया और सदर महमूद अब्बास के दरमयान जुमेरात को क़ाहिरा में मुनाक़िदा दू बदू बातचीत मुसबत और नतीजा ख़ेज़ रही। ये मुलाक़ात निहायत ख़ुशगवार माहौल में हुई जिस में मुल्क में क़ौमी मुफ़ाहमत को आगे बढ़ाने के लिए मुशतर्का लाएह-ए-अमल (काम खाका)मुरत्तिब करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया गया। तर्जुमान का कहना था कि हम्मास और फ़तह की क़ियादत में क़ौमी मुफ़ाहमत के लिए किसी किस्म के इख़तिलाफ़ात नहीं हैं।
दोनों जमाअतों की क़ियादत बाहमी एतिमाद साज़ी के इक़दामात के लिए तैय्यार है। क़ाहिरा में हनिया की सरबराही में सदर अब्बास से मुलाक़ात मुफ़ाहमत का अमल आगे बढ़ाने में अहम किरदार अदा करेगा।एक सवाल के जवाब में ताहिर नोनू ने कहा कि हनिया और अब्बास के दरमयान डेढ़ घंटे तक बातचीत जारी रही जिस में सियासी मुफ़ाहमत, ग़ज़ा पट्टी में इसराईल की मआशी नाका बंदी, शहर में तवानाई के बोहरान और फ़लस्तीन की मजमूई सियासी सूरत-ए-हाल पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया।इस मौक़ा पर दोनों तरफ़ से दीगर अहम क़ाइदीन भी मौजूद थे ।