क़ुदरती गैस की पैदावार में कमी

गैस पर मबनी तवानाई प्लांटस केलिए ये इंतिहाई हौसला शिकन और परेशान कुन ख़बर है कि हिंदूस्तान में क़ुदरती गैस की पैदावार में आइन्दा मालीयाती साल के दौरान 35 फ़ीसद कमी के साथ यौमिया 27.64 मिलयन मैट्रिक मयारी मकअब मीटर्स तक घट जाएगी । और 2013-14 के दौरान मज़ीद 12 फ़ीसद कमी के साथ 24.22 मिलयन मैट्रिक मयारी मकाब मीटर यौमिया घट सकती है ।

वज़ारत पैट्रोलीयम-ओ-क़ुदरती गैस ने ये इन्किशाफ़ किया है । गैस की पैदावार में कमी के सबब मुल्क भर में तवानाई की सूरत-ए-हाल मज़ीद अबतर और इंतिहाई तशवीशनाक हो सकती है । फ़िलहाल ऐसे कई प्लांटस तैय्यार हो चुके हैं लेकिन गैस की अदम दस्तयाबी के सबब बेकार पड़े हैं । मर्कज़ी बर्क़ी अथॉरीटी ( सी ई ए ) ने हाल ही में रियास्तों को एक अहम मुरासला रवाना करते हुए हिदायत की है कि 2015-16 तक मज़ीद नए बर्क़ी प्रोजेक्टस क़ायम ना करें ।

वज़ारत तवानाई के एक आला ओहदेदार ने अपना मकतूब रवाना किए जाने की तौसीक़ करते हुए कहा कि इस पाबंदी से 12 वीं पनचसाला (2012-2017) पर कोई असरात मुरत्तिब नहीं होंगे ।

क्योंकि गैस पर मबनी तवानाई की तैय्यारी का निशाना सिर्फ़ 1000 मैगावाट से कुछ ज़्यादा है। इस दौरान जी वि के पावर के एक सीनीयर ओहदेदार ने कहा कि हुकूमत से उन्हें गैस की दस्तयाबी की सूरत-ए-हाल पूरी तरह वाज़ेह ना होने तक तमाम तोसीइ प्रोजेक्टों को मुल्तवी रखने की हिदायत की है ।इस तरह जी वी के ने के जी बेसिन डी ।

6 से गैस की अदम दस्तयाबी के सबब गैस पर मबनी अपने दो तोसीइ पराजकटों को ग़ैर मुअय्यना मुद्दत तक मुल्तवी रखने का फ़ैसला किया है । वज़ारत तवानाई ने ताहम कहा कि ये पाबंदी तवानाई के इन पराजकटों पर आइद नहीं होगी जो दरआमद शूदा गैस के ज़रीया चलाए जा रहे हैं ।