सिंगा रेड्डी २७ फरवरी (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ ) जस्टिस मुदुन बी लोकोर चीफ़ जस्टिस हाइकोर्ट आंधरा प्रदेश ने सिंगा रेड्डी में स्पैशल मोबाईल कोर्ट का इफ़्तिताह करने के बादमुख़ातब करते हुए कहा कि क़ौमी देही ज़ामिन रोज़गार स्कीम में धांदलियों की शिकायतों की यकसूई केलिए ख़ुसूसी मोबाईल कोर्टस का क़ियाम अमल में लाया गया ।
इब्तिदाई तौर पर रियासत में 13 मोबाईल कोर्टस क़ायम किए जा रहे हैं जो कम अज़ कम 2 अज़ला का अहाता करेंगे । अज़ला करीमनगर और मीदक को मिलाकर एक मोबाईल कोर्ट क़ायम किया गया है चीफ़ जस्टिस ने कहा कि हुकूमत अवामी फ़लाह-ओ-बहबूद और तरक़्क़ी केलिएमुख़्तलिफ़ असकीमात को रूबा अमल लारही है जिस के मुसबत नताइज भी बरामद होरहे हैं लेकिन आम तौर पर इन असकीमात मैं बदइंतिज़ामी और बद उनवानियों के इलावा मुस्तहक़्क़ीन तक समरात की अदम रसाई की शिकायत आम है क़ौमी देही ज़ामिन रोज़गार स्कीम मुनफ़रद-ओ-कामयाब स्कीम है लेकिन इस में भी बद उनवानियों की शिकायतें पाई गईं चंद माह क़बल सुप्रीम कोर्ट ने मुल़्क की एक रियासत के 100 मवाज़आत में बदउनवानियों के तनाज़ुर में सी बी आई तहक़ीक़ात का हुक्म दिया स्कीम कामयाबी से रूबा अमल है लेकिन चंद बद उनवान ओहदेदार-ओ-गत्ता दारों की वजह से स्कीम की नेकनामीमुतास्सिर हो रही है ।
स्कीम को शफ़्फ़ाफ़ बनाने अवाम हक़ मालूमात ऐक्ट का इस्तिमाल करें और इस की जानकारी हासिल करें क़ौमी देही रोज़गार ज़ामिन स्कीम क़ानून के सैक्शन 17 के तहत समाजी तन्क़ीह की जा सकती है लेकिन अवाम में शऊर की कमी के बाइसइस दफ़ा का भरपूर इस्तिमाल नहीं होरहा है । रियास्ती हुकूमत ने एक इंतिहाई अहम-ओ-मूसिर इक़दाम करते हुए समाजी तन्क़ीह को फ़रोग़ दे रही है और साथ ही ख़ुसूसी मोबाईल कोर्टस का क़ियाम अमल में लाया है ।
चीफ़ जस्टिस ने कहा कि अदलिया तन्हा क़ानून कानफ़ाज़ नहीं करसकता अदलिया को इस के लिए हुकूमत का भरपूर तआवुन हासिल होना चाहीए । ख़ुसूसी मोबाईल कोर्टस क़ायम करना मसला का हल नहीं बल्कि उन कोर्टस कादरकार सहूलतें, स्टाफ़ और अस्सिटैंट पब्लिक परासीकीवरटर भी फ़राहम करने चाहेंअदलिया कुरपट ओहदेदार , गत्तादार और इदारों के ख़िलाफ़ सख़्त गीर मौक़िफ़ रखती हैता कि समाज साफ़ सुथरा रहे हमारी आबाद का 75 फ़ीसद हिस्सा देही है चुनांचे उन्हें इंसाफ़रसाई केलिए ग्राम नया लिया क़ायम करने की तजवीज़ इस्लाहात अदलिया के तहत हुकूमत के ज़ेर-ए-ग़ौर है इंसाफ़ लफ़्ज़ी नहीं बल्कि मानी ख़ेज़ होना चाहीए चुनांचे देही-ओ-शहरी सतह पर निज़ाम अदलिया होना ज़रूरी है ।सुनीता लक्ष्मी रेड्डी रियास्ती वज़ीर-ए-बहबूद ख़वातीन-ओ-इतफ़ाल ने कहा कि महात्मा गांधी क़ौमी ज़मानत रोज़गार स्कीम मर्कज़ी हुकूमत ने रियासत आंधरा प्रदेश के ज़िला मीदक से आआज़ करते हुए 100 दिन मज़दूरों को काम मुहय्या करवाने का बीड़ा उठाया है ।
रियास्ती सतह पर 18 हज़ार करोड़ रुपय का काम अंजाम दिए गए जिस में 120 करोड़ रुपय के शिकायतें वसूल हुईं ख़िरद-ओ-बुरद करने वाले अफ़राद के ख़िलाफ़ मोबाईल कोर्ट के ज़रीया मुक़द्दमात भी चलाए जाएंगे । प्रताप रेड्डी वज़ीर-ए-क़ानून ने कहा कि ये बहुत ही ख़ुश आइंद बात हीका हुकूमत की मशहूर तरक़्क़ीयाती स्कीम में ख़िरद-ओ-बुरद की शिकायतें वसूल हूँ तो ग़रीब मज़दूर अपनीशिकायात दर्ज करवाते हुए मोबाईल कोर्ट से रुजू हो सकते हैं ।
मानिक्या वारा प्रसाद वज़ीर देही तर कुयात ने कहा कि महात्मा गांधी क़ौमी ज़मानत रोज़गार स्कीम मज़दूरों को नक़्ल-ए-मकानी से रोकते हुए काम मुहय्या करवाते हुए रोज़गार फ़राहम करती है । रियास्ती सतह पर पहली मर्तबा ज़िला मीदक के मुस्तक़र सिंगा रेड्डी पर मोबाईल कोर्ट का क़ियाम अमल में लाया जा रहा है ।
रियास्ती सतह पर 13 मोबाईल कोर्टस का क़ियाम अमल में लाया जाएगी फ़िलहाल मीदक और करीमनगर अज़ला केलिए मुस्तक़र सिंगा रेड्डी में मोबाईल कोर्ट क़ियाम अमल में लाया गया है । जिया लक्ष्मी कमिशनर रूरल डीवलपमनट ने कहा कि सोश्यल ऑडिट को एम पी डी औज़ की जानिब से महात्मा गांधी क़ौमी ज़मानतरोज़गार स्कीम की तफ़सीलात पेश करते हुए वेबसाइट पर भी फ़राहम की जाएं । सौम्य कदांबी डायरैक्टर ऐस एसए ए टी ने भी महात्मा गांधी क़ौमी ज़मानत रोज़गार स्कीम 2005 ऐक्ट के तहत तफ़सीलात पेश की । सुधारानी सी वे ओ ने कहा कि सोश्यल ऑडिट के बाद ख़िरद-ओ-बुरद करने वाले अफ़राद को वजह बताव नोटिस रवाना करते हुए ख़िरद-ओ-बुरद की जाने वाली रक़म की वसूली के इक़दामात किए जाएंगे और मोबाईल कोर्ट के ज़रीया मुक़द्दमात दर्ज करवाते हुए क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी ।
अनंत रेड्डी सदर बार एसोसी उष्ण ने भी मुख़ातब किया ए रजनी सैशन जज ज़िला मीदक ने जस्टिस चन्द्र कुमार केग़ियाब में इन की तक़रीर पढ़ कर सुनाया । ज़िला मीदक मैं (A) 147 कैटिगरी और (B) कैटिगरी के 146 मुक़द्दमात दर्ज किए गए सुरेश कुमार ज़िला कुलैक्टर मीदक ने मेहमानों से इज़हार-ए-तशक्कुर क्या । इस मौक़ा पर अनुराधा पराजकट डायरैक्टर ,रवींद्र पराजकट डायरैक्टर डी आर डी ए भी मौजूद थी।