क़ौमी टीम में वापसी का दबाव नहीं: इर्फ़ान

नई दिल्ली- 3दिसमबर (एजैंसीज़) ऑल राउनडर इर्फ़ान पठान जिन्हों ने रवां सीज़न रणजी ट्रॉफ़ी में तीन मर्तबा पाँच विकटें हासिल करने के इलावा अपनी टीम के लिए बेहतर मुज़ाहरा कररहे हैं और उन की ख़ाहिश है कि दौरा-ए-आस्ट्रेलिया के लिए हिंदूस्तानी टीम में उन्हें शामिल कियागया तो वो अपने घरेलू टूर्नामैंट के शानदार मुज़ाहिरों को बैरूनी मुल्क भी दुहराने के ख़ाहां हैं।

इर्फ़ान पठान ने अपने एक ख़ुसूसी इंटरव्यू में कहा कि वो फ़िलहालज़हनी और जिस्मानी तौर पर मुकम्मल फिट हैं। नीज़ नैट पर एक़्टियस में काफ़ी तादाद में ओवर्स करने के इलावा मुक़ाबलों में भी ज़्यादा से ज़्यादा बौलिंग कररहे हैं जिस का उन्हें फ़ायदा भी होरहा है। याद रहे दौरा-ए-आस्ट्रेलिया के लिए मालना हिंदूस्तानी टीम में फ़ासट बोलर प्रवीण कुमार ज़ख़मी होकर फिर एक मर्तबा टीम से बाहर होचुके हैं और उन हालात में बी सी सी आई का एक अहम इजलास 5 दिसमबर को मुनाक़िद शुदणी है जिस में प्रवीण कुमार के मुतबादिल खिलाड़ी का ऐलान किया जाएगा।

दरीं असना पठान ने कहा कि उन पर क़ौमी टीम में वापसी के लिए कोई दबाव नहीं क्यों कि वो समझते हैं कि किसी भी सतह पर पेशावर खिलाड़ी को बेहतर मुज़ाहरा करना होगा है। बैन-उल-अक़वामी सतह पर खेले जाने वाले मुक़ाबलों के इलावा जब एक बैन-उल-अक़वामी खिलाड़ी रणजी ट्रॉफ़ी में भी शिरकत करता है तो इस पर भी बेहतर मुज़ाहिरे के लिए दबाव होता है। इर्फ़ान पठान नेमज़ीद कहा कि उन्हों ने माज़ी में हिंदूस्तान की नुमाइंदगी की है लेकिन इस का हरगिज़ ये मतलब नहीं कि टीम में इन का मुक़ाम महफ़ूज़ है।

मीडीया नुमाइंदों से इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए उन्हों ने कहा कि डू मिस्टिक क्रिकेट खेलने के इलावा यहां अपनी घरेलू टीम के लिए बेहतर मुज़ाहिरे पर वो काफ़ी मसरूर हैं लेकिन वो अपने ज़ख़मों को नजरअंदाज़ नहीं करसकते और उन्हें उम्मीद है कि मुकम्मल सेहतयाबी और बेहतर फ़ाम के ज़रीया वो टीम में वापसी करेंगे। 5 दिसमबर को मुनाक़िद शुदणी बी सी सी आई के इजलास पर इर्फ़ानपठान की तवज्जा नहीं। क्यों कि वो समझते हैं फ़िलहाल हो डोमेस्टिक क्रिकेट में बेहतरमुज़ाहरा कररहे हैं और बैन-उल-अक़वामी सतह पर वापसी इन का ख़ाब है।

चेन्नाई में अपनी रणजी टीम बरोड़ा के कोच टी ए शेखर की क़ियादत में की जाने वाली ट्रेनिंग के मुताल्लिक़ इर्फ़ान पठान ने कहा कि इन के फ़ाम में वापसी की एक अहम वजह शेखर की ट्रेनिंग भी है जिस में उन्हों ने मेरी बौलिंग और रन अप को बेहतर करने में काफ़ी मदद की है। रणजी ट्रॉफ़ी में पठान 21 विकटों के हुसूल के साथ सब से ज़्यादा कामयाब बोलर साबित हुए हैं जिन्हों ने तीन मर्तबा मुतवातिर पाँच विकटें भी हासिल की हैं लिहाज़ामुख़्तलिफ़ गोशों से उम्मीद की जा रही है कि प्रवीण कुमार के दौरा-ए-आस्ट्रेलिया के लिएइर्फ़ान पठान मुतबादिल बोलर होंगे।