ह्यूमन वेलफ़ेर फाउंडेशन ए पी चैपटर के इजलास से ख़िताब करते हुए डाक्टर मजीद ख़ां माहिर नफ़सियात-ओ-सदर फाउंडेशन ने कहा कि मक़सद तहरीक (प्रेरणा) पैदा करता है और तहरीक (प्रेरणा) इंसानी ज़िंदगी में तबदीली लाती है इसी लिये क़ौमों को ज़रूरी है कि आने वाले मुस्तक़बिल का मंसूबा तय्यार करें और उन के हुसूल के लिये बा सलाहियत अफ़राद अपनी पूरी तवानाईयां(ताकत) सर्फ़(खरच) करें उन्हों ने तवक़्क़ो (उमीद)ज़ाहिर की कि ए पी चापटर इस मक़सद के हुसूल में ज़रूर कामयाब होगा ।
प्रोफेसर सुलेमान सिद्दीकी साबिक़ वाइस चांसलर उस्मानिया यूनीवर्सिटी-ओ-रुक्न (सदस्यीय) फाउंडेशन ने कहा कि तालीम के बगैर किसी क़ौम का मुस्तक़बिल बेहतर नहीं होसकता । और कोई क़ौम बदलते हालात मैं ख़ुद को बदलने का फ़न नहीं जानती वो पीछे ढकेल दी जाती है अब ये वो दौर है कि एक तालिब-ए-इल्म मुख़्तलिफ़ इलमी मैदानों में महारत पैदा कर सकता है इस सिलसिला में दीगर (दूसरे) अक़्वाम भरपूर इस्तिफ़ादा कर रही हैं । फाउंडेशन का प्रोग्राम इस मुआमला मैं उम्मीद अफ़ज़ां हैं ।
प्रोफेसर अकबर अली ख़ां वाइस चांसलर तेलंगाना यूनीवर्सिटी-ओ-रुक्न (सदस्यीय) फाउंडेशन ने कहा कि आज हुकूमतें अक़ल्लीयतों के लिये मुख़्तलिफ़ इस्किमात तरतीब दे रही हैं और इस के लिये बजट भी मुख़तस किया जा रहा है । लेकिन अफ़सोस की बात ये है कि इन इस्किमात से अक़लीयतों की ना वाक़फ़ियत की वजह से वो इस्तिफ़ादा नहीं कर पा रही हैं ।
उन्हों ने फाउंडेशन के प्रोग्राम के ताल्लुक़ से कहा कि वो इस कमी को दूर करने में बेहतर रोल अदा करेगा और मिल्लत-ओ-ज़रूर फ़ायदा होगा ।मुफ़्ती सादिक़ मुही उद्दीन फहीम जामिआ निज़ामीया-ओ-रुक्न (सदस्यीय) फाउंडेशन ने कहा कि बहतरीन मुस्लमान वो है जो लोगों को ज़्यादा नफ़ा पहुंचाए । मौलाना ने इस बात पर ख़ुशी काइज़हार किया कि ह्यूमन वेलफ़ेर फाउंडेशन ए पी चैपटर के ज़िम्मेदारों ने डाक्टर मजीद ख़ां , प्रोफेसर सुलेमान सिद्दीकी , अकबर अली ख़ां , अज़मत उल्लाह ख़ां , इस्माईल , ज़हीर अली ख़ां जैसे बाएतिमाद-ओ-माहिर लोग इस में शामिल होँ तो ज़रूर ये अपने मक़सद में कामयाब होगा । और उन्हों ने अपना भरपूर तआवुन(मदद) देने का वाअदा किया ।
जस्टिस ई इस्माईल साबिक़ हज-ओ-नायब सदर नशीन ने कहा कि ह्यूमन वेलफ़ेर फाउंडेशन ने चार अहम मैदानों में काम का मंसूबा बनाया है ये मैदान तालीम , मआश , सेहत और तहफ़्फ़ुज़ इंसानी है । ये एसे काम हैं अगर इस पर संजीदा कोशिश और जद्द-ओ-जहद की जाय तो एक बड़ी तबदीली लाई जा सकती है और उन्हों ने फाउंडेशन के लिये अपना भरपूर तआवुन(मदद)देने का वाअदा किया । जनाब सय्यद अज़मत अल्लाह आई ए एस-ओ-रुक्न (सदस्यीय) फाउंडेशन ने कहा कि नौजवानों को रोज़गार से जोड़ना वक़्त की अहम तरीन ज़रूरत है ।
अब चूँकि तालीम का ताल्लुक़ रोज़गार से कम हो रहा है जिस की वजह से हुसूल तालीम के बाद भी बेरोज़गारी एक संगीन मसला बनी हुई है । उन्हों ने वोकेशनल स्कूलस की तालीम की अहमियत पर रोशनी डाली । जनाब अबदुलजब्बार सिद्दीकी जनरल सेक्रेटरी फाउंडेशन आंधरा प्रदेश ने हाज़रीन ने कहा कि उम्मत की तामीर ना आरिज़ी (वकती)और ना मुख़्तसर मुद्दती काम है बल्कि मंसूबा बंद तरीका से एक या दो नसल की तय्यारी तक मुसलसल अंजाम देने वाला प्रोग्राम है । ये एक मज़बूत इंसानी-ओ-माद्दी वसाइल के ज़रीया अंजाम दिया जा सकता है ।
उन्हों ने ए पी चापटर के तहत मयारी स्कूलस का क़ियाम , वोकेशनल ट्रेनिंग स्कूलस , कम फीस पर चलने वाले मल्टी एसपेशालेटी हॉस्पिटल और बेला सूदी कवापरेटिव सोसाइटीज़ क़ायम करने का ऐलान किया है । उन्हों ने उम्मत के दानिश्वर और अहल सरवत(अमीर) लोगों से अपील की कि आप हज़रात का भरपूर तआवुन(मदद) दरकार है । डाक्टर फहीम उद्दीन अहमद अस्सिटैंट प्रोफेसर मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनीवर्सिटी-ओ-रुक्न (सदस्यीय) फाउंडेशन ने ख़ुतबा इस्तिक़बालीया पेश किया ।
प्रोग्राम की कार्रवाई का आग़ाज़द जनाब अबदुल अज़ीम की तिलावत कलाम पाक से हुआ और कन्वीनर के फ़राइज़ जनाब एम एन बैग ज़ाहिद रुक्न (सदस्यीय)फाउंडेशन ने अंजाम दिये जब कि शुक्रिया अबदुल अज़ीज़ रुक्न (सदस्यीय) फाउंडेशन ने अदा क्या । इस इजलास में जनाब वहीद दाद ख़ां ख़ाज़िन फाउंडेशन के इलावा शहर-ओ-अज़ला के मोअज़्ज़िज़ीन की कसीर तादाद शरीक थी । मज़ीद तफ़सीलात के लिये फाउंडेशन के दफ़्तर मकान नंबर 9-4-84/43 निज़द स्पांसरस काकतीय नगर नानल नगर क्रास रोड हैदराबाद से रुजू हो सकते हैं ।।