कांग्रेस अपोज़ीशन लीडर के ओहदा के अहल नहीं

कांग्रेस के लिए एक झटके में जबकि वो अपोज़ीशन लीडर के ओहदा के लिए जद्द-ओ-जहद कररही है, अटार्नी जनरल मुकुल रोहटगी ने अपनी राय ज़ाहिर की है कि ये पार्टी इस ओहदा के लिए अहल नहीं और पहली लोक सभा के दिनों के बाद से ऐसी कोई नज़ीर नहीं मिलती कि किसी ऐसी पार्टी को ये ओहदा दिया जाये जिस के पास दरकार एम पीज की अददी ताक़त ना हो।

ज़राए ने कहा कि रोहटगी ने अपनी राय से स्पीकर लोक सभा सुमित्रा महाजन को वाक़िफ़ करादिया है जिन्होंने इस मसले पर राय तलब की थी। मुल्क के सरकरदा क़ानूनी ओहदादार ने कहा कि कांग्रेस इस ओहदा के लिए अहल नहीं क्योंकि इस के पास 543 रुकनी लोक सभा में 10 फ़ीसद अददी ताक़त (55 नशिस्तें) नहीं हैं।

कांग्रेस ने सिर्फ़ 44 सीटें जीती हैं। ताहम कांग्रेस ने आज रात उम्मीद ज़ाहिर की कि स्पीकर सुमित्रा महाजन इस मुआमले में अटार्नी जनरल रोहटगी की राय से गुमराह नहीं होंगी। पार्टी जनरल सेक्रेटरी शकील अहमद ने न्यूज़ एजैंसी पी टी आई को बताया कि अटार्नी जनरल हुकूमत की राय की नुमाइंदगी करता है।

वो हुकूमत के नुक़्ता-ए-नज़र को पेश करता है। हुकूमत को अपोज़ीशन लीडर के ओहदा से कुछ लेना देना नहीं। ये तो स्पीकर के दायरा कार के तहत आता है। हम स्पीकर की रोलिंग के बाद मुनासिब रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करेंगे। बी जे पी ने आज कहा कि कांग्रेस को शायद अपोज़ीशन लीडर के ओहदा के बगै़र ही इकतिफ़ा करना पड़ेगा क्योंकि स्पीकर के लिए कांग्रेस को ये ओहदा देना बहुत मुश्किल रहेगा जबकि इस मुआमले में अटार्नी जनरल अपनी राय से वाक़िफ़ करा चुके हैं। पार्टी ने कहा कि अटार्नी जनरल हुकूमत के लिए आला तरीन दस्तूरी मुशीर होते हैं।