सरबराह टी आर एस के चन्द्र शेखर राउ ने तशकील तेलंगाना की आवाज़ बुलंद करने पर चार दिन के लिए कांग्रेस के 8 अरकान-ए-पार्लीमेंट की मुअत्तली को बद बख्ताना क़रार दिया और कहा कि कांग्रेस ने अपने अरकान-ए-पार्लीमेंट को ऐवान से बाहर किया है, जिस के जवाब में तेलंगाना के अवाम कांग्रेस को तेलंगाना से बाहर करदेंगे।
वाज़िह रहे कि पार्लीमेंट की तारीख़ में पहली मर्तबा हुक्मराँ जमात ने अपने ही अरकान-ए-पार्लीमेंट को ऐवान से मुअत्तल किया है। हुक्मराँ यू पी ए ने फ़ैसला करने से कब्ल यू पी ए की हलीफ़-ओ-हरीफ़ जमातों बिलख़सूस असल अपोज़ीशन बी जे पी से मुशावरत के बाद ये फ़ैसला किया है। सरबराह टी आर एस ने इस मुअत्तली की सख़्त मुज़म्मत करते हुए कहा
कि मर्कज़ी हुकूमत के ज़िम्मेदार वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने 9 दिसंबर 2009-ए-को अलैहदा तेलंगाना रियासत तशकील देने का ऐलान किया था और दूसरे दिन 10 दिसंबर को मर्कज़ी हुकूमत के फ़ैसला से लोक सभा और राज्य सभा को वाक़िफ़ कराया था। आज तेलंगाना की नुमाइंदगी करने वाले कांग्रेस के अरकान-ए-पार्लीमेंट इसी वाअदा की तकमील का मुतालिबा कर रहे थे,
जिस पर उन्हें ऐवान से मुअत्तल करदिया गया। उन्हों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ना सिर्फ जमहूरीयत की तौहीन की है, बल्कि तेलंगाना अवाम के साथ धोका करते हुए उन के जज़बात की तौहीन की है। उन्हों ने कहा कि पार्लीमेंट को गवाह बनाने के बावजूद कांग्रेस ने अपने वाअदा से इन्हिराफ़ किया है।