कांग्रेस एम एलसी राजेश्वर की टी आर इस में शमूलीयत

कांग्रेस एम एलसी डी राजेश्वर ने कांग्रेस से मुस्ताफ़ी होते हुए टी आर एस में शमूलीयत इख़तियार करली। टी आर एस ने एक तीर से दो निशान चलाते हुए क़ानूनसाज़ कौंसिल के चैरमैन के ओहदा और मेयर निज़ामबाद के ओहदे पर कामयाबी हासिल करने के लिए राह हमवार करली है क़ानूनसाज़ कौंसिल के रुकन डी राजेश्वर ने कांग्रेस पार्टी से मुस्ताफ़ी होते हुए टी आर एस में शमूलीयत इख़तियार करली।

कल रात वज़ीर आबपाशी हरीश राव‌, रुकने पार्लियामेंट ज़हीराबाद बीबी पाटेल के साथ चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ से तफ़सीली मुलाक़ात करते हुए टी आर एस में शमूलीयत का इरादा ज़ाहिर किया। एक घंटे तक राजेश्वर ने इन क़ाइदीन के साथ बातचीत की और क़ानूनसाज़ कौंसिल के चैरमैन के चुनाव से एन वक़्त पहले कांग्रेस से मुस्ताफ़ी होते हुए टी आर एस में शमूलीयत इख़तियार करने की वजह से कांग्रेस को ज़बरदस्त धक्का पहुंचा है और इस का असर मुनाक़िदा मेयर निज़ामबाद के चुनाव पर भी पड़ रहा है।

डी राजेश्वर ने मेयर के चुनाव में कांग्रेस की तरफ से वोट देने का इरादा ज़ाहिर किया लेकिन लम्हा आख़िर में उन्होंने अपना इरादा तर्क करते हुए टी आर एस में शमूलीयत इख़तियार करने की वजह से टी आर एस को ज़बरदस्त धक्का पहुंचा है क्युंकि निज़ामबाद मुंसिपल कारपोरेशन के मेयर के चुनाव में कामयाबी के लिए राजेश्वर का वोट एहमीयत का हामिल था गवर्नर कोटा में एम एलसी मुंतख़ब होने वाले राजेश्वर 30 साल से कांग्रेस पार्टी से वाबस्ता है।