मध्य प्रदेश असेंबली ने आज एक क़रारदाद मंज़ूर करते हुए कांग्रेस के दो ख़ारिज शूदा अरकान की रुकनीयत ( सदस्यता) को बहाल कर दिया लेकिन इस के बावजूद उन की सयासी तक़दीर का फ़ैसला हनूज़ ( अभी) मुअल्लक़ ( बीच में लटका हुआ) ही समझा जा रहा है क्योंकि इलेक्शन कमीशन ने उन की नशिस्तों ( सीटों) को मख़लवा क़रार दिया है।
पाँच मिनट के ख़ुसूसी इजलास के दौरान ऐवान ( परिषद) में एक ख़ुसूसी क़रारदाद को मंज़ूरी देते हुए चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी और कल्पना पारवीकर जिन की रुकनीयत ( सदस्यता) को बदसुलूकी किए जाने की बुनियाद पर 18 जुलाई को बर्ख़ास्त करदिया गया था , हालाँकि बाद में उन्हों ने अपने नाशाइस्ता सुलूक पर माज़रत ख़्वाही ( माँफी माँगना) भी कर ली थी।