कांग्रेस एम पी के मुतालिबे से हुक्मराँ जमात को उलझन

हुक्मराँ कांग्रेस को आज एक अजीब उलझन-ओ-परेशानी में डालते हुए गुड़गांव की नुमाइंदगी करने वाले कांग्रेस के रुक्न लोकसभा ने हरियाणा के शहर में ज़रई अराज़ी को तिजारती या रिहायशी इस्तिमाल के लिए तबदील करने की सारी मुआमलतों की तहक़ीक़ात करने का मुतालिबा कर दिया और कहा कि ख़ाह कोई भी शख़्स हत्ता कि राबर्ट वाड्रा ही क्यों ना हूँ अगर गै़रक़ानूनी तौर पर दौलत बनाए हैं तो उन्हें इस के लिए जवाबदेह बनाया जाना चाहीए।

गुड़गांव के कांग्रेस रुक्न लोकसभा राव‌ इंद्रजीत सिंह ने कहा, ‘मैं ये महसूस करता हूँ कि इंतिज़ामिया ने उस अंदाज़ में काम नहीं किया जैसा कि किया जाना चाहीए था। राबर्ट वाड्रा के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करना मेरा काम नहीं है और ना ही मुझे इस से कोई सरोकार है, लेकिन चूँकि ये आराज़ियात मेरे हल्क़े में हैं चुनांचे उन्हें देखना मेरी ज़िम्मेदारी है। इन मुआमलतों में मुलव्वस किसी भी शख़्स को हत्ता कि राबर्ट वाड्रा ही क्यों ना हूँ जवाबदेह बनाया जाना चाहीए। राव‌ इंद्रजीत सिंह आज राबर्ट वाड्रा डी ईल एफ़ अराज़ी मुआमलतों में मुबय्यना बदउनवानीयों के बारे में मुख़्तलिफ़ सवालात का जवाब दे रहे थे। इस मौक़े पर एक आई ए एस ऑफीसर अशोक खेमका की रिपोर्ट पर भी ब‌हस हुई।

बादअज़ां इस रुक्न पार्लियामेंट ने अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि अगर तहक़ीक़ात की जाती हैं तो ये वाज़िह होजाता है कि किस पार्टी से ताल्लुक़ रखने वाले कौनसे अफ़राद इस में मुलव्वस हैं या नहीं । उन्होंने ये मुतालिबा भी किया कि सिर्फ़ वाड्रा डी ईल एफ़ मुआमलतों के तहत सिर्फ़ चार एकर‌ की ही नहीं इन तमाम 1200 एकर‌ अराज़ी की मुआमलतों के बारे में तहक़ीक़ात की जानी चाहीए जो हुकूमत हरियाणा की तरफ़ से जारी की गई है।

राव‌ इंद्रजीत सिंह ने मज़ीद कहा कि अगर कोई शख़्स गड़ गांव के साकन से इस अराज़ी के बारे में पूछता है तो इस के ज़हन में यही बात आती है कि कई इलाक़ों से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद इन मुश्तबा-ओ-मशकूक मुआमलतों में मुलव्वस हैं। इंद्रजीत सिंह ने कहा कि अगर कोई तहक़ीक़ाती होती है तो वाज़िह होजाएगा कि किस पार्टी से ताल्लुक़ रखने वाले कौनसे अफ़राद किस में मुलव्वस हैं या नहीं हैं। मैं समझता हूँ कि जब कभी अराज़ी के इस्तिमाल में तबदीली , इस्कैम, ग़ैर अख़लाक़ी तौर पर दौलत बटोरने की बात आती है तो हर किसी के बारे में तहक़ीक़ात की जानी चाहीए ना कि सिर्फ़ फ़र्द-ए-वाहिद के बारे में जो कांग्रेस की सदर सोनिया गांधी के दामाद हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं गुड़गांव का साकिन हूँ और सिर्फ़ ये कहना चाहता हूँ कि यहां 21,000 एकर‌ आराज़ियात ज़रई इस्तिमाल को ख़ुसूसी मआशी ज़ोन (ऐस ई ज़ेड) में तबदील किया गया है और कई आराज़ियात एस ई ज़ेड के तहत रिलाइंस को दी गई हैं। चुनांचे में चाहता हूँ कि सच्चाई मंज़रे आम पर आए और जो आराज़ीयात 2004 और 2006 के बाद जारी की गई हैं उन के बारे में भी तहक़ीक़ात की जाएं। ताहम कांग्रेस ने फ़ौरी तौर पर राव‌ इंद्रजीत सिंह के रिमार्कस को नज़रअंदाज कर दिया। कांग्रेस की तर्जुमान रेनूका चौधरी ने कहा कि उनके रुक्न पहले ही वज़ाहत करचुके हैं कि उन्होंने वो नहीं कहा जो मीदिया ने उनके हवाले से लिखा है।