कांग्रेस और बाएं बाज़ू की पार्टियों के क़ाइदीन ने चीफ़ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी के साथ उमरीता मठ की एक तक़रीब में शह नशीन पर शामिल होने से गुरेज़ किया।
बाअज़ ग़ैर बी जे पी सियासतदां जैसे मग़रिबी बंगाल के वज़ीर सयाहत और हरियाणा जन हित कांग्रेस के क़ाइद तक़रीब में शरीक थे। मोदी तक़रीब के मेहमान ख़ुसूसी थे। मग़रिबी बंगाल के वज़ीर सयाहत करशनीनदो नारायण चौधरी, चीफ़ मिनिस्टर और तृणमूल कांग्रेस की सरबराह ममता बनर्जी के क़रीबी बा एतिमाद साथी हैं और हरियाणा जन हित कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई मदाओईन में शामिल थे जिन्होंने मठ में आनंद माई की 60 वीं सालगिरह तक़रीब में शिरकत की।
हालाँकि रियास्ती कांग्रेसी क़ाइदीन ने मठ के ओहदेदारों पर मोदी को मदऊ करने पर सख़्त तन्क़ीद करते हुए तक़रीब में शिरकत नहीं की। सी पी आई एम ने अपनी नाराज़गी ज़ाहिर नहीं की। ये दूसरी मर्तबा है जबकि मोदी को केरला के एक बड़े मज़हबी इदारे ने मदऊ किया है।
इसे पहले वो चंद माह पहले सेवा गिरी के श्री नारावना मठ की एक तक़रीब में शिरकत करचुके हैं। और इस पर भी तन्क़ीद की गई थी। चीफ़ मिनिस्टर केरला ओमन चांडी एक और इज्लास के मेहमान ख़ुसूसी हैं। वो 60 साला सालगिरह तक़रीब के दूसरे रोज़ मुनाक़िद किया जाएगा। बिश्नोई की पार्टी बी जे पी की हलीफ़ है और उन्होंने कहा कि अम्मां से हासिल करना उनके लिए तवानाई बख़श तजुर्बा साबित हुआ।