कांग्रेस क़ाइदीन की नाराज़गीयाँ अनक़रीब खत्म ,नामज़द ओहदों पर तक़र्रुरात (बहाली) का अमल शुरू किया जाएगा

रियासत में नामज़द ओहदों पर तक़र्रुरात (बहाली) के ज़रीया कांग्रेस क़ाइदीन और कारकुनों में नाराज़गी दूर करने की तैयारियां बहुत जल्द शुरू हो जाएंगी। जनरल सैक्रेटरी ए आई सी सी-ओ-इंचार्ज उमूर आंधरा प्रदेश ग़ुलाम नबी आज़ाद ने अपने दो रोज़ा क़ियाम हैदराबाद के दौरान इस मसला पर चीफ मिनिस्टर और सदर प्रदेश कांग्रेस से मुशावरत (विचार-विमर्श) की ।

पार्टी के मुख़्तलिफ़ क़ाइदीन ने ग़ुलाम नबी आज़ाद से शिकायत की कि गुज़िश्ता कई बरसों से नामज़द ओहदों पर तक़र्रुरात (बहाली) ना किए जाने के सबब कारकुनों में मायूसी पाई जाती है और उन में नाइंसाफ़ी का एहसास शिद्दत से है।

लिहाज़ा पार्टी को चाहीए कि वो सरकारी ओहदों पर फ़ौरी तक़र्रुरात (बहाली) अमल में लाएगी। तवक़्क़ो की जा रही है कि अंदरून एक हफ़्ता तक़र्रुरात (बहाली) का अमल शुरू हो जाएगा। बताया जाता है कि नामज़द ओहदों पर तक़र्रुरात (बहाली) के सिलसिला में चीफ मिनिस्टर और सदर प्रदेश कांग्रेस ने अपनी अपनी फ़हरिस्त तय्यार कर ली है।

ताहम हाई कमान की जानिब से इस में तबदीली का इमकान है। तरुमला तिरूपति देवस्थानम के अरकान के लिए चीफ मिनिस्टर ने जो फ़ेहरिस्त रवाना की थी, उसे हाईकमान ने तब्दील कर दिया जिस से चीफ मिनिस्टर नाराज़ हैं।