मर्कज़ी वज़ारत में शामिल ना करने पर बतौर एहतेजाज पार्लियामेंट की रुकनीयत से मुस्ताफ़ी होने वाले के एस राव ने कहा कि कांग्रेस क़ियादत ऐसे क़ाइदीन के मश्वरों पर अमल कर रही है, जो नाअहल और ग़ैर तजुर्बाकार हैं। कांग्रेस क़ियादत से अपनी नाराज़गी जारी रखते हुए के एस राव मुत्तहदा आंध्रा के नाम पर मुनाक़िद होने वाले इजलासों में शरीक होकर कांग्रेस क़ियादत और मर्कज़ी हुकूमत को मुसलसल निशाना बना रहे हैं।
मुट्ठी भर अफ़राद ने सड़कों पर एहतिजाज किया, दस बसों के शीशे तोड़ दिए या चंद बसों को नज़र आतिश कर देने से आंध्रा प्रदेश की तक़सीम नहीं हो सकती। उन्हों ने किसी का नाम लिए बगै़र कहा कि अब जो लोग एहतिजाज कर रहे हैं, अपने दौर इक्तदार में ख़ामोश थे। इक़तिदार छिन जाने के बाद चंद अफ़राद, चंद सरकारी मुलाज़मीन और चंद तलबा को गुमराह करके तेलंगाना तहरीक चलाई जा रही है।
उन्हों ने कहा कि तरक़्क़ी का बहाना बनाकर राइलसीमा, शुमाल और जुनूब आंध्रा और हैदराबाद को रियासत आंध्रा प्रदेश से जुदा नहीं किया जा सकता। अगर ऐसा किया गया तो रियासत दीगर मसाइल से दो-चार हो जाएगी। मुत्तहदा आंध्रा के हामी के एस राव ने कहा कि मुत्तहदा आंध्रा के लिए जहां भी इजलास मुनाक़िद होंगे, वो उस में ज़रूर शरीक होंगे।