कांग्रेस कारकुन का क़त्ल

चाहे सारे आंध्र प्रदेश में आइन्दा आम चुनाव पुरअमन अंदाज़ में मुनाक़िद हो जाएं मगर एेसा लगता है कि हैदराबाद के हलके असेंबली नामपल्ली में चुनाव ख़ून आशाम (हिंसक))होंगे।

इस असेंबली हलक़े में सियासत के नाम पर अभी से ख़ून की होली खेली जाने लगी है और अपने सियासी हरीफ़ों को ख़ौफ़ज़दा करने के लिए हर मुम्किन कोशिश की जा रही है।

इस असेंबली हलक़े में पेश आने वाली क़त्ल की वारदात में एक मुशतर्का ख़ुसूसीयत ये पाई जाती हैके मक़्तूलीन का ताल्लुक़ इस हलके असेंबली के एक मज़बूत दावेदार के हामीयों से है और मुबय्यना क़ातिलों का ताल्लुक़ एक मख़सूस सियासी ग्रुप से है।

दो माह पहले कांग्रेस पार्टी में शमूलीयत इख़तियार करने पर मुहम्मद उवैस नामी नौजवान का मुक़ामी जमात के कारकुनों की केहने पर क़त्ल कर दिया गया था जबकि आज हलक़ा असेंबली नामपली के कांग्रेस लीडर फ़िरोज़ ख़ां के फ़लीकसी बोर्ड नसब किए जाने पर रज़्ज़ाक़ नामी शख़्स का क़त्ल कर दिया गया। ये वाक़िया हुमायूँनगर के इलाके विजयनगर कॉलोनी लक्ष्मीनगर में सुबह की अव्वलीन साअतों में उस वक़्त पेश आया जब मक़्तूल का भांजा 22 साला शेख़ हुस्न साल नौ के मौके पर फ़िरोज़ ख़ां का फ़लीकसी बोर्ड विजयनगर कॉलोनी चौराहे पर नसब कररहा था।

बावसूक़ ज़राए ने बताया कि मुक़ामी सियासी जमात से वाबस्ता हबीब और इस के बेटों ने फ़लीकसी बोर्ड लगाने पर एतेराज़ किया और हबीब के एक हव्वारी गुलो ने शेख़ हुस्न को मुबय्यना तौर पर ज़द्द-ओ-कूब किया।

फ़लीकसी बोर्ड के मसले पर दोनों के दरमयान बेहस-ओ-तकरार हुई और शेख़ हुस्न अपने मामूं रज़्ज़ाक़ के मकान लैट गया जहां पर हबीब और इस के 8 साथीयों हमीद, अड्डो, काला क़य्यूम, ख़ालिद, गोरा क़य्यूम, यूसुफ़, नदीम और गुलो के हमराह रज़्ज़ाक़ के मकान पहुंच कर इस पर आहनी सलाखों और लाठियों से हमला करके शदीद ज़ख़मी कर दिया।

उसे फ़ौरी केर हॉस्पिटल बंजारा हिलस मुंतक़िल किया गया था जहां पर उसे मुर्दा क़रार दिया गया। पुलिस ने शेख़ हुस्न की शिकायत पर एक मुक़द्दमा दर्ज करलिया है और इबतिदाई तहक़ीक़ात में ये पता लगा है कि इलाके में सियासी सबक़त के लिए रज़्ज़ाक़ और हबीब के दरमयान पिछ्ले चंद दिनों से मुख़ासमत चल रही थी।

फ़लीकसी बोर्ड को नसब करने के बहाने ऑटो सरविस सेंटर के मालिक रज़्ज़ाक़ का बेदर्दाना तौर पर इस के मकान में क़त्ल कर दिया गया। रज़्ज़ाक़ के क़त्ल के बाद इलाके में सनसनी फैल गई और क़ातिलों का एक मख़सूस जमात से ताल्लुक़ होने की बात आम होने पर एक मुक़ामी रुकने असेंबली ने वहां पहुंच कर शिकायत और अपने बयान में जमात का नाम ना लेने का इंतिबाह दिया।

मक़्तूल की लाश का पोस्टमार्टम दवाख़ाना उस्मानिया में किया गया और बादअज़ां लाश को विरसा के हवाले कर दिया गया। लेकिन तदफ़ीन से एन क़बल शाम इलाक़ा विजयनगर कॉलोनी में सनसनी फैल गई।

मक़्तूल रज़्ज़ाक़ के मकान को कांग्रेस लीडर फ़िरोज़ ख़ां और तेलुगु देशम लीडर मुहम्मद मुज़फ़्फ़र अली ख़ां पहुंचने पर पुलिस अचानक चौकस होगई और इलाके में गशत बढ़ाते हुए मस्जिद आलमगीरी से मुत्तसिल क़ब्रिस्तान के क़रीब भारी पुलिस फ़ोर्स , टास्क फ़ोर्स ताय्युनात करदी गई थी।

पुलिस ज़राए ने बताया कि रज़्ज़ाक़ के क़ातिल हनूज़ मफ़रूर हैं और हिरासत में लिए जाने के बाद क़त्ल से मुताल्लिक़ मुकम्मिल तफ़सीलात का इन्किशाफ़ मुम्किन है। पुलिस ने इस सिलसिले में ख़ुसूसी पुलिस टीमें तशकील दी हैं।