कांग्रेस की एन सी टी सी की तशकील के लिए भरपूर ताईद

एक मर्कज़ फिर एक बार तृणमूल के दबाव के आगे झुक गया है, लेकिन कांग्रेस ने आज एन सी टी सी को काफ़ी सोची समझी तजवीज़ क़रार देते हुए उसकी भरपूर हिमायत की और इसके नक़्क़ादों को मुतनब्बा किया कि महिज़ मुख़ालिफ़त बराए मुख़ालिफ़त क़ौम की तरक़्क़ी के लिए अच्छी बात नहीं है।

पार्टी ने अपने तर्जुमान कांग्रेस संदेश के ताज़ा शुमारा में कहा कि अच्छी हुक्मरानी में ये बात अहम होती है कि क़ौम हर चीज़ से मुक़द्दम होती है। एन सी टी सी की तशकील जिसकी कई रियासतें वफ़ाक़ीयत के ख़िलाफ़ समझते हुए मुख़ालिफ़त कर रही हैं, वक़्त की ज़रूरत है।

ईदारिया में कहा गया कि जब वज़ीर-ए-आज़म ने कह दिया कि मर्कज़ी हुकूमत रियासती हुकूमतों के हुक़ूक़ पर क़ब्ज़ा करने का कोई इरादा नहीं रखती है, और उन्हें यक़ीन दिलाया कि इनके मुफ़ादात की मुज़ाकरात के ज़रीया ज़मानत दी जाएगी तो फिर कोई मुज़ाहमत नहीं होनी चाहीए ।

उड़ीसा की नवीन पटनायक हुकूमत पर वाज़िह तंज़ीमें जो कि एक इटालवी शहरी और एक बी जे डी रुकन असेंबली को माविस्टों की जानिब से अग़वा किए जाने से पैदा शूदा सूरत-ए-हाल पर परेशान हैं, ईदारिया में कहा गया कि एन सी टी सी की मुख़ालिफ़ बाअज़ जमातों का दोग़लापन हालिया वाक़्या से निमटने में उनके मौजूदा मुतालिबात से फ़ाश हो गया है ।

पटनायक ने एन सी टी सी मसला पर अपोज़ीशन ज़ेर इक़्तेदार रियासतों को मुजतमा करने में क़ायेदाना रोल अदा किया था ।