नई और काबिल नयापन तवानाई के वज़ीर फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने कहा कि दिल्ली एसेंबली इंतिख़ाबात में कांग्रेस की करारी हार दरअसल बदउनवानी और दीगर अवाम मुख़ालिफ़ सरगर्मीयों का नतीजा है जिस का सिलसिला कांग्रेस ने गुजिश्ता 15 सालों से जारी रखा था।
उन्हों ने कहा कि करारी हार से कांग्रेस को हालाँकि ज़बर्दस्त सियासी धक्का लगा है लेकिन इससे नेशनल कान्फ्रेंस के यू पी ए के हलीफ़ होने का मौक़िफ़ असरअंदाज़ नहीं हुआ। नेशनल कान्फ़्रेंस आज भी यू पी ए की हलीफ़ जमात है। यू पी ए पर जब भी बुरा वक़्त आया नेशनल कान्फ़्रेंस हमेशा इसके साथ रही और अब भी वो यू पी ए को अपनी ताईद का सिलसिला जारी रखेगी।