कांग्रेस के रुक्न असेंबली ए नानी को वजह नुमाई नोटिस

कांग्रेस पार्टी के 8 अरकान असेंबली जगन मोहन रेड्डी के राबिता में रहने की अफ़्वाह फैलने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जगन के साथ दिलकुशा गेस्ट हाउस पहुंचने वाले कांग्रेस के रुक्न असेंबली ए नानी को वजह नुमाई नोटिस जारी करने और कांग्रेस के रुक्न पार्लियामेन्ट सबम हरी के ख़िलाफ़ कांग्रेस हाईकमान से शिकायत का फ़ैसला किया है।

चंद दिनों से कांग्रेस और तेलगू देशम क़ाइदीन की सयासी वफ़ादारियों की तबदीली का सिलसिला थमा हुआ था, ताहम(फिरभी) आज जगन की सी बी आई के सामने हाज़िर होने से क़ब्ल तेलगू देशम के क़ाइद डाक्टर एमवी मीसोरा रेड्डी की जगन से मुलाक़ात और वाई एस आर कांग्रेस पार्टी में शमूलीयत के बाद दुबारा ये सिलसिला शुरू हो गया। जगन के साथ दिलकुशा गेस्ट हाउस पहुंचने वालों में कांग्रेस के एक रुक्न असेंबली और एक रुक्न पार्लियामेन्ट भी शामिल हैं, जिस का कांग्रेस पार्टी ने सख़्त नोट लिया है।

कांग्रेस के रुक्न पार्लियामेन्ट सबम हरी इबतदा-ए-से जगन के साथ हैं और एक साल से कांग्रेस की सरगर्मीयों से दूर हैं, ताहम(फिरभी) असेंबली हल्का वेल्लौर की नुमाइंदगी करने वाले कांग्रेस केरुक्न असेंबली ए नानी कांग्रेस को झटका देते हुए जगन कैंप में पहुंच गए हैं। नारायना (इसके इलावा)कांग्रेस के मज़ीद 8 अरकान असेंबली जगन और वाई एस आर कांग्रेस पार्टी के राबिता में होने की अफ़्वाहें गशत कर रही हैं।

कांग्रेस ने सख़्त नोट लेते हुए कहा कि अगर डिसिप्लिन शिकनी के मुर्तक़िब (करने वाले)अफ़राद के ख़िलाफ़ सख़्त तादीबी कार्रवाई नहीं की गई तो पार्टी में ऐसे अफ़राद की तादाद में इज़ाफ़ा हो जाएगा। बावसूक़ ज़राए से पता चला है कि सदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी बी सत्य नारायना ने इस मसला पर चीफ़ मिनिस्टर से टेलीफ़ोन पर तबादला-ए-ख़्याल किया।

गांधी भवन में कांग्रेस के रुक्न पार्लियामेन्ट एल राजगोपाल, सदर नशीन प्रदेश कांग्रेस मीडीया कमेटी मुहम्मद अली शब्बीर के इलावा दीगर (दूसरे) क़ाइदीन के साथ मुशावरत करते हुए ग़ुलाम नबी आज़ाद और वीलार रवी से भी बातचीत की गई।

बादअज़ां (उसके वाद) मुख़ालिफ़ पार्टी सरगर्मीयों में मुलव्विस क़ाइद उन को मज़ीद बर्दाश्त ना करने के इंतिबाह के तौर पर कांग्रेस रुक्न असेंबली ए नानी के ख़िलाफ़ वजह नुमाई नोटिस देने का फ़ैसला किया गया और कांग्रेस के रुक्न पार्लियामेन्ट सबम हरी के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के लिए हाईकमान से शिकायत करने का फ़ैसला किया गया।