नई दिल्ली, ०१ फरवरी (पी टी आई) तामिलनाडू के अवाम नहरू । गांधी ख़ानदान का बेहद एहतिराम और सताइश करते हैं, लेकिन हैरतअंगेज़ तौर पर कांग्रेस इस रियासत से गुज़शता 45 सालों से इक़तेदार से बाहर है।
सीनीयर क़ाइद मणि शंकर एयर का कहना है कि अगर लीडर । कैडर में लाताल्लुक़ी बाक़ी रही तो कांग्रेस मज़ीद 45 सालों तक तमिलनाडू में इक़तिदार हासिल नहीं कर सकती। उसे डरावीड पार्टीयों पर इन्हिसार करना लाज़िम होगा।
मनी शंकर एयर की इन तन्क़ीदों को घरेलू तन्क़ीदों से ताबीर किया जाता है और ये किसी हद तक सही भी है क्योंकि वो ख़ुद ये जानते हैं कि कांग्रेस में लीडर । कैडर में कोई ताल मेल नहीं है। अवाम ऐसी ही पार्टीयों या क़ाइदीन का इंतेख़ाब करते हैं जो अवाम से क़रीब हूँ, उन से घुल मिल जाते हूँ ।
राहुल गांधी भले ही यूपी में दलितों के साथ खाना खाते हुए उन की झोंपड़ियों में शब बसरी कर रहे होंगे लेकिन तमिलनाडू में ऐसा कोई क़ाइद नहीं। लिहाज़ा ज़रूरत इस बात की है कि अवाम से क़रीबी राबिता पैदा किया जाय। सिर्फ दलितों के साथ हमदर्दी काफ़ी नहीं है बल्कि हर एक के साथ बुला लिहाज़ मज़हब-ओ-मिल्लत, ज़ात पात, ज़बान , रंग-ओ-नसल और फ़िर्क़ा क़ुरबत बरक़रार रखना ज़रूरी है।