कांग्रेस को अब मे़जोरम से उम्मीद

कांग्रेस पार्टी की ऩजर अब मेजोरम रियासत पर टिकी है। 40 रुक्नी मेज़ोरम असेंबली इंतिख़ाबात के लिए सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती का काम शुरू हो गया है। मेज़ोरम असेंबली के लिए 25 नवंबर को पोलिंग हुई थी। दिल्ली समेत चार रियासतों में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस की सारी उम्मीदें अब इसी रियासत में मौजूद हैं।

रियासत के मुशतर्का सरबराह इलेक्शन अफ़सर एच लालेगमाविया ने इतवार को बताया कि आठ ज़िलों में वोटों की गिनती के मराकिज़ पर सेक्योरिटी के वसीअ इंतिज़ामात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि वोटों की गिनती के अमल पर नज़र रखने के लिए हिंदुस्तानी इलेक्शन कमीशन के डायरेक्टर जनरल आशीष श्रीवास्तव और कई मुबस्सिर यहां पहुंच चुके हैं। रियासत में कुल 142 उम्मीदवार इंतिख़ाबी मैदान में हैं जिन में से छः ख़वातीन हैं।

कांग्रेस ने तमाम 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। मेज़ोरम डेमोक्रेटिक अलाइंस ( एमडीए ) के इत्तिहादियों मिजो नेशनल फ्रंट (एम एने एफ) ने 31, मेज़ोरम पीपल्ज़ कान्फ़्रेंस (एमपीसी) ने आठ और मारालीड डेमोक्रेटिक फ्रंट(एमडीएफ) ने एक सीट पर उम्मीदवार को उतारा है।

जोरम नेशनलिस्ट पार्टी (जेडएनपी) ने 38 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं जबकि बी जे पी के 17 उम्मीदवार इंतिख़ाब लड़ रहे हैं। इस के इलावा एन सी पी के दो, जय महाभारत पार्टी का एक और चार आज़ाद उम्मीदवार इंतिख़ाबी मैदान में हैं।

वज़ीर-ए-आला ललथनेओला (कांग्रेस) दो जगहों से इंतिख़ाब लड़ रहे हैं। अहम अपोज़िशन पार्टी एमएनएफ लीडर और साबिक़ वज़ीर-ए-आला जो र्म्थगा भी से अपनी क़िसमत आज़मा रहे हैं।