नई दिल्ली। भाजपा नेता और केंद्र में मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के सेकुलर शब्द पर दिए बयान पर शुरु हुआ विवाद थमने का नाम नही ले रहा है. चौतरफा आलोचना और सदन में हुए हंगामे के बाद कर्नाटक के धर्मगुरु और निदुमामिड़ी मठ के वीरभद्र चन्नामला स्वामी ने हेगड़े की आलोचना करते हुए कहा कि कर्नाटक में भाजपा को हराने के लिए यही काफी हैं।
उन्होंने कहा कि अब लोगों को समझ जाना चाहिए कि राज्य के लोगों को सामाजिक न्याय और समानता के बारे में फैसला लेना है। कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को भाजपा को हराने के प्रयास करने की जरूरत नहीं है, हेगड़े जैसे नेता इसे खुद ही संभव कर देंगे।
बता दें कि कर्नाटक में कुछ समय बाद ही विधानसभा चुनाव भी होने हैं। उन्होंने हिन्दू और मुस्लिम समुदाय से साझा शांति और सहयोग की अपील करते हुए कहा कि लोगों को 1992 के अयोध्या मसले से सबक लेना चाहिए, क्योंकि सांप्रदायिकता और आतंकवाद एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
बता दें बीते दिनों कर्नाटक में एक कार्यकम में बोलते हुए अनंत कुमार हेगड़े ने कहा था कि संविधान में सेकुलर शब्द होने के कारण कुछ लोग खुद को सेकुलर मानते हैं पर उन्हें पता होना चाहिए कि संविधान में कई बार संशोधन किए जा चुके हैं और हम जल्द ही इसमें फिर से संशोधन करेंगे।
इसके बाद अनंत कुमार हेगड़े ने संसद के दोनों सदनों में उनके बयान पर भारी शोर शराबा और हंगामा होने पर माफी मांगते हुए कहा था कि उनकी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया था, मेरा मकसद किसी सदस्य की भावनाएं आहत करना नही था।