कांग्रेस को दो मर्तबा इक़तिदार दिलाने वाले राज शेखर रेड्डी के ख़ानदान से सयासी इंतिक़ाम

हैदराबाद ०९ जून (सियासत न्यूज़) जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मीला ने पर काल में इंतिख़ाबी मुहिम चलाते हुए तेंल‌गाना के लिए अस्तीफ़ा देने वाली कोन्डा सुरेखा को कामयाब बनाने और सदर कांग्रेस सोनीया गांधी की हिदायत पर जगन को गिरफ़्तार करने का इल्ज़ाम आइद करते हुए डाक्टर राज शेखर रेड्डी के सुनहरे दौर के अहया के लिए तमाम साज़िशों को नाकाम बनाने और वाई ऐस आर कांग्रेस पार्टी को वोट देने अवाम से अपील की।

डाक्टर राज शेखर रेड्डी के अंदाज़ में हवा में हाथ लहराते हुए मिसिज़ शर्मीला ने उन की एक झलक देखने के लिए जमा होने वालों के लिए डाक्टर राज शेखर रेड्डी की याद ताज़ा करदी। उन्हों ने कहा कि इक़तिदार के लिए पीठ में ख़ंजर घोंपा जाता है, ओहदों के लिए सयासी वफ़ादारियां तब्दील की जाती हैं, मगर कोन्डा सुरेखा एक ऐसी उसूल-ए-पसंद ख़ातून हैं, जिन्हों ने मुसीबत के मौक़ा पर ना सिर्फ डाक्टर राज शेखर रेड्डी ख़ानदान का साथ दिया, बल्कि असैंबली में तीन माह तक अज़ीम क़ाइद को क़रारदाद ना पेश करने और जगन को चीफ़ मिनिस्टर ना बनाने पर बतौर-ए-एहतजाज वज़ारत को ठुकरा दिया और अलहदा तलंगाना रियासत का मुतालिबा करते हुए असम्बली की रुकनीयत से मुस्ताफ़ी हो गईं। मगर उस वक़्त स्पीकर ने इन का अस्तीफ़ा क़बूल नहीं किया। बादअज़ां किसानों की ख़ातिर उन्हों ने हुकूमत के ख़िलाफ़ वोट दिया। आज उन्हें कांग्रेस, तेलगु देशम और बी जे पी की जानिब से मुख़ालिफ़ तलंगाना क़रार दिया जा रहा है।

तमाम मुत्तहिद हैं और कोन्डा सुरेखा तन्हा हैं, फिर भी उन के हौसले बुलंद हैं, क्योंकि अवाम ही उन की ताक़त हैं। मिसिज़ शर्मीला ने कहा कि अगर डाक्टर राज शेखर रेड्डी किरण कुमार रेड्डी को स्पीकर ना बनाते तो क्या वो सोनीया गांधी के नूर नज़र बन सकते थी?। अफ़सोस इस बात का है कि मेरे वालिद ने अपनी जान पर खेल कर दो मर्तबा रियासत और मर्कज़ में कांग्रेस को इक़तिदार तक पहुंचाने में अहम रोल अदा किया, मगर आज वही कांग्रेस राज शेखर रेड्डी ख़ानदान से सयासी इंतिक़ाम ले रही ही। डाक्टर राज शेखर रेड्डी के हैलीकाप्टर हादिसा पर अवाम को शक है।

उन्हों ने कहा कि सोनीया गांधी की हिदायत पर इंतिख़ाबी मुहिम में मसरूफ़ मेरे भाई जगन को गिरफ़्तार करके जेल पहुंच दिया गया। मेरा भाई बेक़सूर ही, इस ने कोई ग़लती नहीं की और ना ही उन के ख़िलाफ़ कोई सबूत ही, सिर्फ पूछताछ के नाम पर उन्हें तलब किया गया और बादअज़ां सोनीया गांधी के इशारा पर गिरफ़्तार कर लिया गया।

उन्हों ने कहा कि कांग्रेस और तलगो देशम एक दूसरे के साथ साज़ बाज़ करचुकी हैं, सयासी मुफ़ाद परस्ती के लिए बी जे पी और टी आर ऐस जगन मोहन रेड्डी, कोन्डा सुरेखा और वाई ऐस आर कांग्रेस के ख़िलाफ़ झूटा प्रोपेगंडा करते हुए अवाम को गुमराह करने की कोशिश कर रही हैं।

अवाम इन जमातों के बहकावे में ना आएं, बल्कि राजना के सुनहरे दौर के अहया के लिए कोन्डा सुरेखा को भारी अक्सरीयत से कामयाब बनाईं, क्योंकि जगन ही डाक्टर राज शेखर रेड्डी के अधूरे कामों की तकमील और उन की फ़लाही असकीमात पर मुकम्मल अमल आवरी कर सकते हैं।