नई दिल्ली: कांग्रेस पर शदीद तन्क़ीद करते हुए बी जे पी क़ाइद मुख़तार अब्बास नक़वी ने इल्ज़ाम आइद किया कि कांग्रेस सियासी दीवालीया जमात हो चुकी है और तबाहकुन अपोज़िशन का किरदार अदा कर रही है। पार्लियामेंट के मानसून इजलास के दौरान उसने सिर्फ कार्रवाई में ख़ललअंदाज़ी की है।
राहुल गांधी पर तन्क़ीद करते हुए उन्होंने कहा कि नायब सदर कांग्रेस हक़ायक़ से मिलों दूर हैं और कांग्रेस हमेशा पार्लियामेंट को तंगनज़र सियासी ज़हनीयत का मुज़ाहरा करने प्लेटफार्म के तौर पर इस्तेमाल करती रही है। मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए पारलीमानी उमोर ने पार्लियामेंट की सियासत के बारे में तज़किरा करते हुए कहा कि पार्लियामेंट अवाम की फ़लाह-ओ-बहबूद का रास्ता है।
क़दीम शानदार पार्टी के नोमोलूद क़ाइद ना तो हक़ायक़ समझने के काबिल हैं और ना पार्लियामेंट की एहमीयत से वाक़िफ़ हैं। उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट के मानसून इजलास में राहुल बाबा ने अपने बकवास सियासी सफ़र का मुज़ाहरा किया है जो हक़ायक़ से कोसों दूर है।
मर्कज़ी वज़ीर ने कहा कि पार्लियामेंट की कार्रवाई में ख़ललअंदाज़ी हक़ीक़ी मसाइल को जम्हूरीयत के एक हिस्से के तौर पर क़बूल ना करने का नतीजा है। पार्लियामेंट की कार्रवाई मसाइल पर मबनी, मंतक़ी और मलिक के अवाम के मुफ़ाद में होनी चाहिए, लेकिन जब हमने पहले दिन से हालिया पार्लियामेंट के मानसून इजलास का मुशाहिदा किया जिसका आग़ाज़ 21 जुलाई को हुआ था तो ग़ैरा हम मसाइल पर किसी मंतक़ी जवाज़ के बग़ैर कार्रवाई में ख़ललअंदाज़ी देखी गई। ये जमहूरी उसूलों के ख़िलाफ़ है।