हैदराबाद 5 मार्च (सियासत न्यूज़) हुकमरान कांग्रेस पार्टी में मुसलमानों को क़ानूनसाज़ कौंसिल में दाख़िल होने से रोकने बड़ी साज़िश रची जा रही है । मीआद मुकम्मल करने वालों में कोई भी रुक्न मुस्लिम ना होने का दावा करते हुए मुसलमानों की दावेदारी पर पानी फेरने की कोशिश की जा रही है ।
माज़ी में आंध्र प्रदेश के दो मुस्लिम अरकान राज्य सभा की मीआद मुकम्मल हुई है । इस में एक नशिस्त पर भी मुस्लिम क़ाइद को नुमाइंदगी दी गई तब कांग्रेस में मुस्लिम नुमाइंदा की नशिस्त दुबारा मुसलमानों को देने का किसी ने मुतालिबा किया और ना ही मुस्लिम क़ाइदीन के लिए कोई तहरीक चलाई गई है ।
बल्कि जब सदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी बोत्सा सत्या नारायना से मुसलमानों को नुमाइंदगी ना देने का सवाल किया गया तो उन्हों ने कांग्रेस क़ाइदीन को जवाब दिया कि मुल्क की दूसरी रियासतों से राज्य सभा में मुसलमानों की तादाद बढ़ गई है इस लिए हाईकमान ने मुस्लिम नुमाइंदगी के बारे में ग़ौर नहीं किया जब कि रियासत से मख़लूआ दूसरी नशिस्तों पर रेड्डी की जगह रेड्डी का बी सी तबक़ा की जगह बी सी तबक़ात को नुमाइंदगी दी गई है ।
अगर एम एल ए कोटा से नहीं दे सकते तो गवर्नर के कोटा से दिया जा सकता है । मगर मुसलमानों की नशिस्त ना होने का जो दावा किया जा रहा है । वो कांग्रेस के लिए मुस्तक़बिल में ख़तरनाक साबित हो सकता है ।
कांग्रेस के मुस्लिम क़ाइदीन अपने तौर पर कौंसिल की नशिस्त के लिए कोशिश कर रहे हैं साथ ही वो भी यही कह रहे कि मुस्लिम नशिस्त नहीं है मिलना दुशवार है मगर कांग्रेस के मुस्लिम क़ाइदीन राज्य सभा में मुसलमानों से होने वाली नाइंसाफ़ी की दलील पेश करने मुत्तहिद होने में नाकाम हो रहे हैं।