हैदराबाद सियासत न्यूज़) रियास्ती वज़ीर मेहनत-ओ-रोज़गार मिस्टर डी नागेंद्र ने कहा कि अलहदा रियासत तलंगाना की तशकील केलिए कांग्रेस हाईकमान ना सिर्फ बिलकुल्लिया तौर पर संजीदा है बल्कि तेलंगाना की तशकील अमल में लाने से ख़ुसूसी दिलचस्पी भी रखती ही। आज यहां सकरीटरीट मैं भीमा वर्म आई टी आई की वैब साईट का आग़ाज़ करने के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए मिस्टर नागेंद्र ने कहा कि बर्क़ी शरहों में इज़ाफ़ा के मसला पर वो चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी से बातचीत करेंगी।
कांग्रेस पार्टी में एक दूसरे के ख़िलाफ़ पाए जाने वाले इख़तिलाफ़ राय के ताल्लुक़ से वज़ीर मौसूफ़ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में एक दूसरे के ख़िलाफ़ इख़तिलाफ़ राय पाई जाना कोई नई बात नहीं है और एक सब से बड़ी क़ौमी पार्टी में इख़तिलाफ़ ज़रूर मुम्किन है क्योंकि हर एक के ख़्यालात-ओ-नज़रियात अलग अलग हुआ करते हैं। रियासत में पेशावराना कोर्सेस का तज़किरा करते हुए वज़ीर मेहनत-ओ-रोज़गार ने कहा कि आई टी आईज़ (इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स) पेशावराना तालीमी कोर्सेस को फ़रोग़ देने-ओ-बेहतरी पैदा करने केलिए आजलाना इक़दामात किए जाऐंगे क्योंकि रियास्ती हुकूमत पेशावराना तालीमी कोर्सेस को अव्वलीन एहमीयत दी जा रही है और उन कोर्सेस की तकमील करने वाले उम्मीदवारों को रोज़गार के वसीअ मवाक़े फ़राहम किए जाएंगी।
उन्हों ने इस मौक़ा पर अपने हालिया दौरा दिल्ली और वहां पर उन की मसरुफ़ियात की तफ़सीलात से भी वाक़िफ़ करवाया और कहा कि रियास्ती चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी की बेहतर कारकर्दगी से मुताल्लिक़ कांग्रेस हाईकमान क़ाइदीन को वाक़िफ़ करवाया गया और कांग्रेस हाईकमान क़ाइदीन की बातचीत से इस बात का अंदाज़ा लगाया जा सकता हीका अलहदा रियासत तलंगाना की तशकील के ताल्लुक़ से कांग्रेस हाईकमान ना सिर्फ संजीदा है बल्कि काफ़ी फ़िक्रमंद भी है और बताया कि मरकज़ीर वज़ीर-ए-सेहत-ओ-जनरल सैक्रेटरी कल हिंद कांग्रेस कमेटी और इंचार्ज उमूर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मिस्टर ग़ुलाम नबी आज़ाद की जानिब से तेलंगाना मसला पर किए हुए रिमार्कस-ओ-इज़हार-ए-ख़्याल ख़ुद इस बात का इशारा हीका कांग्रेस हाईकमान अलहदा रियासत तेलंगाना की तशकील अमल में लाने पर संजीदगी से ग़ौर कर रही है। उन्हों ने बर्क़ी शरहों में इज़ाफ़ा का तज़किरा करते हुए कहा कि बर्क़ी शरहों में इज़ाफ़ा का फ़ैसला आम आदमी केलिए ज़ाइद माली बोझ ना होने जैसे इक़दामात किए जाने चाहिए।
मिस्टर डी नागेंद्र ने बिलवासता तौर पर बर्क़ी शरहों में इज़ाफ़ा की भरपूर मुदाफ़अत करते हुए कहा कि रियासत में बर्क़ी के इस्तिमाल में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा हुआ है और ज़रूरत-ओ-तलब के मुताबिक़ बर्क़ी पैदावार करने के मौक़िफ़ मैं रियास्ती हुकूमत ना रहने की वजह से ही ज़्यादा रक़ूमात अदा करके बर्क़ी की ख़रीदी करने हुकूमत को मजबूर होना पड़ रहा है।