कांग्रेस हुकूमत की कारकर्दगी का सर्वे मायूसकुन

हैदराबाद। 2 फरवरी (सियासत न्यूज़) चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने अपने एक साला दौर-ए-हकूमत में मुतआरिफ़ करदा फ़लाही स्कीमों और मुजव्वज़ा ज़िमनीइं तिख़ाबात में कांग्रेस पार्टी के मुज़ाहरा पर अवामी राय हासिल करने दो अलहदा अलहदा सर्वे करवाए हैं। दोनों सर्वे की रिपोर्टस मायूसकुन हासिल होने की इत्तिलाआत गशत कर रही हैं। नज़म-ओ-नसक़ पर अपनी गिरिफ़त मज़बूत करने और पार्टी पर अपनी छाप छोड़ने की कोशिश करने वाले चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी को इस वक़्त मायूसी का सामना करना पड़ा, जब दोनों सर्वे रिपोर्टस उन के सामने पेश किए गए। उन्हों ने पार्टी क़ाइदीन से यहां तक कह दिया कि वो अगर सौ रुपय का काम कर रहे हैं तो इस की एक रुपया की भी तशहीर नहीं हो रही है,

जब कि दूसरे सिर्फ एक रुपया का काम करके सो रुपय की तशहीर कर रहे हैं। अवाम के दिलों में अपना मुक़ाम बनाने और हुकूमत को सयासी बोहरान से बाहर निकालने के लिए चीफ़ मिनिस्टर ने ग़रीब अवाम के लिए एक रुपया केलो चावल स्कीम को मुतआरिफ़ किराया, जिस पर सालाना दो हज़ार करोड़ रुपय सिर्फ़ होंगे, लेकिन इस स्कीम को इतनी मक़बूलियत हासिल नहीं हुई, जिस की चीफ़ मिनिस्टर तवक़्क़ो कर रहे थे। अवाम इस स्कीम की मुख़ालिफ़त कर रहे हैं और नाक़ाबिल इस्तिमाल होने के इलावा चावल में पत्थर और कीड़े होने की शिकायत कर रहे हैं। जब कि दीगर इसकीमात पर भी अवाम का मुसबत रद्द-ए-अमल सामने नहीं आया। किसान, तलबा, वीमनस ग्रुप और नौजवानों ने भी कांग्रेस हुकूमत पर अपनी नाराज़गी का इज़हार किया है।

दूसरी जानिब मुजव्वज़ा ज़िमनी इंतिख़ाबात के ताल्लुक़ से भी सर्वे रिपोर्ट कांग्रेस के लिए मुतास्सिर कण नहीं है। इलाक़ा तेलंगाना में टी आर ऐस और सीमा। आंधरा में वाई ऐस आर कांग्रेस पार्टी और तेलगु देशम की जानिब अवाम का झकाउ देखा जा रहा है। जिस की वजह से हुकूमत तमाम 24 असम्बली हलक़ों में एक साथ ज़िमनी इंतिख़ाबात मुनाक़िद कराने की बजाय सिर्फ सात असम्बली हलक़ों के ज़िमनी इंतिख़ाबात के हक़ में है। जहां पाँच अरकान असम्बली ने तेलंगाना की ताईद में इस्तीफ़ा दिया है, एक रुकन असम्बली के इंतिक़ाल से एक नशिस्त मख्लुआ है, जब कि तेलगु देशम के एक रुकन असम्बली ने जगन की ताईद में इस्तीफ़ा दिया है। अगर तमाम 24 असम्बली हलक़ों के लिए ज़िमनी इंतिख़ाबात होते हैं

तो इस के लिए अलहदा हिक्मत-ए-अमली तैय्यार की जाएगी। चीफ़ मिनिस्टर, कांग्रेस पार्टी को हिस्सादार बनाते हुए रियासत में एक माह तवील प्रोग्राम का इरादा रखते हैं, जिस में हुकूमत की फ़लाही इसकीमात के ताल्लुक़ से अवामी शऊर बेदार करने के इलावा अपोज़ीश जमातों की तन्क़ीदों का जवाब देना और फ़लाही स्कीमों से इस्तिफ़ादा का मश्वरा वग़ैरा भी शामिल हैं।