काटजू की ममता बनर्जी पर तन्क़ीद

कोलकता, ३० नवंबर: (पीटीआई) सदर नशीन प्रेस कौंसल आफ़ इंडिया मारकंडे काटजू ने आज ममता बनर्जी पर सख़्त तन्क़ीद करते हुए कहा कि उनकी तंगनज़री और मनमानी कार्यवाईयों में दिन ब दिन इज़ाफ़ा होता जा रहा है। उन्होंने ममता बनर्जी से ख़ाहिश की कि वो अपना तौर तरीक़ा तबदील करें लेकिन चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल ने रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि उनकी हुकूमत किसी के फ़रमान की बुनियाद पर कारकर्द नहीं रह सकती।

काटजू ने कहा था कि उनके दौरा कोलकता से पता चला है कि ममता बनर्जी के वुज़रा और सरकारी ओहदेदार इज़हार-ए-ख़्याल करने से भी ख़ौफ़ज़दा हैं और ममता बनर्जी ने उन्हें इस हद तक ख़ौफ़ज़दा कर दिया जिस की माज़ी में कोई मिसाल नहीं मिलती। इनका रवैय्या मनमाने कार्यवाईयों का है।

ये सूरत-ए-हाल सेहत मंद नहीं है और ममता बनर्जी तवील मुद्दत तक चीफ़ मिनिस्टर बरक़रार नहीं रहेंगी, अगर वो अपना रवैय्या तबदील ना करें और ख़ुद को ज़्यादा रवादार ना बनायीं। ममता बनर्जी के नाम अपने एक मकतूब में जिसे आज उन्होंने अपने ब्लॉग पर शाय किया , मारकंडे काटजू ने ख़ुद को इनका बही ख़ाह क़रार देते हुए सुप्रीम कोर्ट के साबिक़ जज ने निशानदेही की कि उन्होंने माज़ी में ममता बनर्जी की सताइश की थी, लेकिन हालिया अर्सा में ऐसा मालूम होता है कि उनकी तंगनज़री में और मनमानी कार्यवाहीयां करने में इज़ाफ़ा होता जा रहा है जिसकी वजह से वो मुश्किलात का शिकार हो जाएंगी।

अभी ताख़ीर नहीं हुई है। उन्हें काटजू की नसीहत पर तवज्जा देना चाहीए और अपना तौर तरीक़ा तबदील करना चाहीए। ममता बनर्जी ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में इस ख़बर पर अपना रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि उन्हें काटजू का कोई मकतूब नहीं मिला और उनकी हुकूमत किसी के फ़रमान के मुताबिक़ कारकर्दगी का मुज़ाहरा नहीं कर सकती।

अगर कोई शख़्स समझता है कि अपना काम ज़बरदस्ती और धमकीयां दे कर करवा सकता है तो वो कभी भी किसी के दबाव के तहत कोई काम नहीं करेंगी।