कातिलों को सजा दिलाना मेरा मकसद: परवीन आजाद

कुंडा, 01 अप्रैल: बलीपुर कांड में मारे गए डीएसपी जियाउलहक की शौहर परवीन आजाद ने एतवार को कुंडा में सीबीआई के आफीसरों से मुलाकात की।

काफी देर तक बातचीत के बाद परवीन ने कहा कि इस मामले के असली मुजरिमों को सजा दिलाना ही उनका मकसद है।

परवीन ने सीबीआई टीम की तरफ से हो रही जांच को लेकर तसल्ली जताई। कहा कि जल्द ही गुनाहगारों के पकड़े जाने की उम्मीद है। परवीन आजाद कुंडा में अपने शौहर ( जिया) के रिहायशगाह से उनका सामान लेने पहुंची थी। कड़ी सेक्युरिटी के बीच कुंडा पहुंची परवीन ने मीडिया से खुलकर बातचीत की। कहा कि जब तक असली कातिल जेल की सलाखों के पीछे नहीं जाते हमारी लड़ाई जारी रहेगी।

उन्होंने कहा कि जांच पर उनकी पूरी नजर है। जांच के बाद मुल्ज़िमो को सजा दिलाने तक वह खामोश नहीं रहेंगी। इसमें अगर देरी हुई तो इंसाफ यात्रा निकालेंगी, अनशन करेंगी।

परवीन ने कहा कि वह इसलिए लड़ाई लड़ेंगी ताकि फिर कोई शहीद की बेवा न बने, गुंडे किसी पुलिस आफीसर पर गोली चलाने की हिम्मत न जुटा सकें। शौहर को याद करते हुए वह जज़बाती हो गईं।

परवीन ने कहा कि जिया सिर्फ मेरे शौहर हीं नहीं बल्कि अच्छे दोस्त भी थे। 11 महीने का सफर कैसे बीता कुछ पता ही नहीं चल सका। बीवी होने के नाते दिल टूटता है लेकिन जिया का लहू हमें टूटने और रोने नहीं देता। परवीन ने कहा कि मुल्ज़िमों को सजा दिलाने के लिए वह सरकारी नौकरी की भी परवाह नहीं करेंगी।

परवीन ने कहा कि जिस तरह फौज में सरहद से भागने वाले जवानों पर बगावत का मुकदमा चलाया जाता है, ऐसे ही बलीपुर कांड के दौरान जिया को छोड़कर भागने वाले पुलिस कर्मियों पर भी मुकदमा चलाया जाना चाहिए।

परवीन ने कहा कि अगर पुलिस कर्मियों ने उन्हें अगर उठाकर इलाज कराया होता तो उनकी जान बच सकती थी। परवीन के मुताबिक पीएम रिपोर्ट में ज़्यादा खून बह जाने की बात सामने आई है।

गुनाहगारों को सजा दिलाने के लिए हर तरह की लड़ाई का ऐलान करने वाली परवीन राजा भैया के मसले पर एकदम खामोश हैं।

परवीन से पूछा गया कि उन्होंने राजा भैया समेत कई लोगों पर मुकदमा लिखाया है लेकिन सीबीआई ने अब तक राजा भैया या उनके साथियों से पूछताछ नहीं की है।

परवीन ने कहा कि उन्हें किसी से कोई मतलब नहीं है, बस इतना चाहती हैं कि जिया का असली कातिल पकड़ा जाए। सीबीआई जिससे चाहेगी, पूछताछ करेगी, चाहे वह राजा भैया हो या कोई गांव का फर्द।