कानपूर: एसे हालात में जबकि इस शहर में दर्जे हरारत 45 डिग्री के निशान को छू रहा है, कानपूर के मसाइल बार बार बर्क़ी कटौतियों से कई गुना बढ़ गए हैं जबकि ज़ाइद अज़ दो दर्जन ट्रांसफ़ार्मज़ ग़ीरकारकरद पड़े हैं। गुज़िश्ता चंद यौम में बर्क़ी तलब में इज़ाफे ने ट्रांसफ़ार्मज़ को नाकाम कर दिया, महिकमा बर्क़ी ने ये बात बताई है।
महिकमा सुबह-ओ-शाम दो, दो घंटे बर्क़ी कटौती कररहा है जबकि बाज़ इलाक़ों से मज़ीद चार मर्तबा कटौतियों की शिकायात मिली हैं। सदर कानपूर बी जे पी सुरेंद्र मेथानी ने कहा कि कानपूर के एम पी मुरली मनोहर जोशी महिकमा बर्क़ी के ओहदेदारों , शहर के एम एल एज़ और ज़िला नज़म-ओ-नसक़ की मीटिंग 12 जून को तलब करते हुए इस मसले की यकसूई करेंगे।
महकमा-ए-मौसीमीयत की जारीया साल मौसम बरसात में मामूल से कम बारिश की पेश क़ियासी की वजह से बर्क़ी सरबराही की सूरत-ए-हाल और भी संगीन होगई है। महकमा-ए-मौसीमीयत ने पेश क़ियासी की है कि जारीया साल मामूल की बारिश की बनिसबत सिर्फ़ 81 फ़ीसद बारिश होगी।
गुज़िश्ता साल महकमा-ए-मौसीमीयत ने मामूल की बारिश की पेश क़ियासी की थी लेकिन इस साल भी कम बारिश हुई।उत्तरप्रदेश में बर्क़ी सरबराही की सूरत-ए-हाल पहले ही काफ़ी तशवीशनाक है यहां तक कि क़ौमी दार-उल-हकूमत दिल्ली में भी बार बार बर्क़ी सरबराही का सिलसिला मुनक़ते होता रहता है।