काबीना में तौसीअ और रद्दोबदल के मसले पर तजस्सुस बरक़रार

हैदराबाद दिल्ली 01 जुन:पार्टी सदर सोनीया गांधी से चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी की मुलाक़ात के बाद भी काबीना में तौसीअ और रद्दोबदल के मसले पर पुछताछ जारी है, तेलंगाना मसल्र्र् पर भी ग़ौर किया गया है।

चीफ़ मिनिस्टर दो दिन दिल्ली में क़ियाम के बाद हैदराबाद पहुंच चुके हैं। सोनीया गांधी से मुलाक़ात के दौरान मर्कज़ी वज़ीर-ए-सेहत ग़ुलाम नबी आज़ाद और अहमद पटेल भी मौजूद थे।

दो रियास्ती वुज़रा सबीता इंदिरा रेड्डी और धर्मना प्रसाद राव‌ के स्तीफ़ों की मंज़ूरी के बाद चीफ़ मिनिस्टर ने ड्रीम काबीना की तशकील की कांग्रेस हाईकमान से इजाज़त तलब की।

उन्होंने चंद वुज़रा को काबीना से अलहदा करने, चंद वुज़रा के क़लमदानों की तबदीली और कुछ उनके हामी अरकान एसम्बली को काबीना में शामिल करने का मुतालिबा किया।

इसी दौरान काबीना में शमूलीयत के ख़ाहां चीफ़ मिनिस्टर के हामी अरकान ए एसम्बली भी दिल्ली पहुंच गए, जबके काबीना में बरक़रारी-ओ-अलहिदगी के मसले पर चंद वुज़रा में बेचैनी पाई जा रही है।

बावसूक़ ज़राए के बमूजब कांग्रेस हाईकमान आंध्र प्रदेश की सयासी सरगर्मीयों पर नज़र रखे हुए है और हर तरह की सयासी तबदीली का नोट ले रही है।

काबीना में तौसीअ और रद्दोबदल से पार्टी हलक़ों में पाई जाने वाली नाराज़गी का भी जायज़ा ले रही है और ख़ाली होने वाली वज़ारतों पर नए वुज़रा के तक़र्रुर या वुज़रा के क़लमदान तबदील करने चीफ़ मिनिस्टर को इजाज़त देने पर ग़ौर कर रही है।

मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला की तरफ से 5 जून को मुनाक़िद शुदणी नक्सलाइटस से मुतास्सिरा 9 रियास्तों के चीफ़ मिनिस्टर्स की मीटिंग में चीफ़ मिनिस्टर शिरकत करेंगे, उस वक़्त बातचीत का उन्हें याकिन दिया गया है।

इसी दौरान वज़ीर-ए-दाख़िला के ओहदे पर डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर दामोधर राज नरसिम्हा और रियास्ती वज़ीर पंचायत राज के जाना रेड्डी के नामों की हाईकमान ने तजवीज़ पेश की, ताहम चीफ़ मिनिस्टर ने इस से इत्तिफ़ाक़ नहीं किया।

कांग्रेस के दो अरकान-ए-पार्लीमैंट और दुसरे क़ाइदीन की टी आर एस और वाई एस आर कांग्रेस में शमूलीयत की चीफ़ मिनिस्टर से वजह दरयाफ़त की गई और और क़ाइदीन को हिज़्ब-ए-मुखालिफ़ पार्टीयों में शामिल होने से रोकने की हिदायत दी गई।

किरण कुमार रेड्डी ने उन्हें बताया कि तेलंगाना का जज़बा ठंडा हो चुका है, क्यूंकि 9 अरकान-ए-पार्लीमैंट त्त्लंगाना तहरीक में हिस्सा लेते थे, ताहम टी आर एस में सिर्फ़ दो अरकान ने शामिल होने का एलान किया, जब कि तीसरे रुक्ने पार्लीमैंट राजिया ने कांग्रेस में बरक़रार रहने का फ़ैसला किया है।