काबीना में नौशाद, इकबाल की शमूलियत से मुसरत

मांझी काबीना में नौशाद आलम और जावेद इकबाल अंसारी की शमूलियत एक बेहतर क़दम है। वजीरे आला जीतन राम मांझी ने इस सिलसिले में आला कमान को एतमाद में लेने मे कामयाबी हासिल की। इससे न सिर्फ सीमांचल में बल्कि रियासती सतह पर जेडीयू को फायदा पहुंचेगा। ये बातें सीनियर एडीएम मोहम्मद मुईजुद्दीन ने कही। उन्होने कहा की सीमांचल के किसानों की तरक़्क़ी और उनकी फ्लाह के कामों को अमली जामा पहनाने में वजीर मौसूफ़ कामयाब रहेंगे। क्योंकि उन्होने ठाकुर गंज एसेम्बली हल्का से इस सिम्त में शुरुवात की थी और अपनी पूरी सियासी ज़िंदगी में समाज के कमजोर तबकों की तरक़्क़ी के लिए आवाज बुलंद करते रहे हैं।

जेडीयू के मजबूती में भी वज़ीर मौसूफ ने कलिडी रोल अदा किया है। यही वजह है की साबिक़ वज़ीरे आला नीतीश कुमार वज़ीर मौसूफ़ की बेहतरीन कारकरदगी का कई मर्तबा एतराफ़ किया और सीमांचल के आवाम को यकीन दिहानी कराई थी की नौशाद आलम को बहुत जल्द काबीना में शामिल किया जाएगा और आज उन्हें काबीना में शामिल करके साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार ने सीमांचल के आवाम बिल्खुसूस सिरजापुरी बिरादरी के मुतालिबात को मानते हुये नौशाद आलम को एक अहम ज़िम्मेदारी सौंपी है जिसके लिए साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार मुबारकबाद के मुस्तहिक हैं।

साथ ही साथ वजीर मौसूफ़ को भी मुबारकबाद पेश करता हूँ और उम्मीद करता हों की वो किशनगंज ही नहीं बल्कि सीमांचल के साथ-साथ पूरे बिहार की तरक़्क़ी में कलिदी रोल अदा करते हुये आने वाले एसेम्बली इंतिख़ाब में पार्टी की शानदार फतह में कालीदि रोल अदा करेंगे।