अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को एक मिनी बस पर हुए आत्मघाती हमले में कनाडा के दूतावास की सुरक्षा में तैनात नेपाल के 14 नागरिकों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि एक आत्मघाती हमलावर ने बनाही क्षेत्र में पुल-ए-चरखी मार्ग पर सुबह लगभग 5:40 बजे एक बस को निशाना बनाया, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई। हमले में नेपाल के पांच और अफगानिस्तान के चार सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं।
इस हमले में हमलावर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और विस्फोट में कई अन्य वाहन और पास की दुकानें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। तालिबान और इस्लामिक स्टेट (आईएस), दोनों आतंकवादी संगठनों ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
तालिबान के कथित प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली और कहा कि इसमें 20 लोग मारे गए हैं और तालिबान के लड़ाकों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
इस घटना की अफगानिस्तान, नेपाल, भारत और पाकिस्तान ने निंदा की है। सरकार के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला और अफगान आंतरिक मंत्रालय ने इस हमले की निंदा की।
अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, “मैं काबुल में अपने कार्यस्थल पर जा रहे लोगों पर आतंकवादी हमले की निंदा करता हूं। यह हमला आतंक और धमकी का कृत्य है।”