काबुल में फ़ौजी क़ाफ़िला पर ख़ुदकुश हमला 13 अमरीकी सिपाही हलाक

काबुल 30 अक्टूबर ( ए एफ़ पी ) अफ़्ग़ान दार-उल-हकूमत में नाटो के एक फ़ौजी क़ाफ़िला पर तालिबान के ख़ुदकुश बमबार ने हमला कर दिया जिस के नतीजा में 13 अमरीकी फ़ौजीयों के बिशमोल 17 अफ़राद हलाक और दीगर कई ज़ख़मी हो गए ।

जंग ज़दा मुल्क में बैरूनी फ़ौज पर ख़ुदकुश हमलों के सिलसिला की ये ताज़ा तरीन कड़ी थी । बैन-उल-अक़वामी मयारी वक़्त के मुताबिक़ 12 बजकर 20 मिनट पर जुनूब मग़रिबी काबुल से गुज़रने वाले अमरीकी फ़ौजी क़ाफ़िला से तालिबान के ख़ुदकुश बमबार ने धमाको अशीया से लदी टोयटा वैन् से टकरा दिया जिस के साथ ही ज़ोर धमाका में क़ाफ़िला तबाह हो गया ।

धमाका के बाद सारे इलाक़ा पर स्याह धोईं के बादल उमडने लगे और कई गाड़ियां शोला पोश होगईं । सड़कों पर मौजूद अफ़राद ख़ौफ़-ओ-दहश्त की हालत में भागते हुए नज़र आई। तालिबान ने इस ख़ुदकुश हमला की ज़िम्मेदारी क़बूल करली है।

अफ़्ग़ानिस्तान की वज़ारत-ए-दाख़िला के तर्जुमान सिद्दीक़ सिद्दीक़ी ने कहा कि हमले में तीन शहरी और पुलिस मुलाज़िम भी हलाक हुआ है लेकिन बैरूनी अफ़्वाज की हलाकत की कोई इत्तिला नहीं है।

ये बहुत बड़ा धमाका था। एक ऐनी शाहिद ने कहा कि सड़कों पर बैरूनी अफ़्वाज की नाशें बिखरी हुई देखी हैं। इन नाशों को तबाह शूदा बस से निकाल कर बाहर रखा गया था।

बादअज़ां नाशों को हैलीकाप्टर के ज़रीया मुंतक़िल किया गया। धमाके के बाद कसीफ़ धुआँ उठा और धमाके की आवाज़ दूर दूर तक सुनाई दी। आग पर क़ाबू पाने के लिए आतिश फ़िरौ अमला को तलब किया गया।

नाटो इत्तिहादी फोर्सेस ने कहा कि इस हमले में इस का एक ही सिपाही मारा गया है। धमाके के फ़ौरी बाद आतिश फ़िरौ अमला और एम्बूलैंस की गाड़ीयों के सायरन गूंज उठे जो धमाके के मुक़ाम पर जा रहे थी। इस इलाक़ा में जाबजा तबाह शूदा मलबा बिखरा पकड़ा था।

नाटो इंटरनैशनल स्कियोरटी अस्सिटैंट फ़ोर्स के तर्जुमान ने कहा कि फ़ौज ने मज़ीद मालूमात फ़राहम नहीं की हैं।

अफ़्ग़ानिस्तान में गुज़श्ता दस साल की ख़ूँरेज़ी और शोरिश पसंदी के बाद तालिबान ने कई अहम इलाक़ों पर दुबारा क़बज़ा कर लिया है और उन्होंने ही इस हमले की ज़िम्मेदारी क़बूल की है।