अफ़्ग़ानिस्तान के दारुल हुकूमत काबुल में बम धमाकों और शिद्दत पसंदों के हमलों में 50 से ज़्यादा अफ़राद की हलाकत के बाद सनीचर को सेक्युरिटी मज़ीद सख़्त कर दी गई है। नैटो का कहना है कि हलाक शुदगान में एक ग़ैर मुल्की फ़ौजी और तंज़ीम के आठ सिवीलियन कन्ट्रैक्टर्स भी शामिल हैं।
अफ़्ग़ान सदर अशर्फ़ ग़नी भी सनीचर को मुल्क की क़ौमी सलामती कौंसिल के हंगामी इजलास की सदारत कर रहे हैं जिसमें अमनो अमान की बिगड़ती सूरते हाल का जायज़ा लिया जाएगा।
शहर के दाख़िली और ख़ारिजी रास्तों और दीगर मुक़ामात पर क़ायम शनाख़्ती चौकीयों पर पुलिस के साथ फ़ौज भी तैनात कर दी गई है। जुमे के दिन और शब में होने वाले हमलों के बाद रात-भर शहर की फ़िज़ा हेलीकॉप्ट्रों और जंगी तैयारों की आवाज़ों से गूँजती रही जिन्हें फ़िज़ाई निगरानी पर मामूर किया गया था।