तलबा एसोसीएसन इस्लामीया मॉडल हाई स्कूल भैंसा की जानिब से एस एस सी तलबा-ए-की विदाई तक़रीब का इनइक़ाद अमल में लाया गया । प्रोग्राम का आग़ाज़ सुमय्या ख़ानम की तिलावत कलाम मजीद से अमल में आया । बाद अज़ जुवेरिया वारिस ने बारगाह ए इलाही नज़राना हम्द और समीरा रोशन ने नाअत शरीफ़ पेश की ।
बादअज़ां तालिब-ए-इल्म रमीज़ परवेज़ ने अपनी तक़रीर के दौरान कहा कि इल्म के ज़रीया ही इंसान अपने मक़सद में कामयाब हो सकता है और असातिज़ा उसे इस मक़सद में कामयाबी के लिए रहनुमाई करते हैं ।
अब ये तलबा की ज़िम्मेदारी है कि इख़लास नीयत और मुसलसल कोशिशों के ज़रीया सख़्त मेहनत करते हुए अपने वालदैन और असातिज़ा की तवक़्क़ुआत पर खरा उतरे । बाद अज़ मुहम्मद इसमाईल इर्फ़ान ने तराना पेश किया । इक़बाल हुसैन सेक्रेटरी इस्लामीया स्कूल ने अपने ख़िताब में तलबा को मुख़ातिब करते हुए कहा कि तालीम के तईं अपने जज़बा को हमेशा बरक़रार रखें ।
अख़लाक़ तालिब ए इल्म की शख़सीयत उभारने का ज़रीया होता हैं । तालिब-ए-इल्म जिस क़दर इल्म की गहराई में जाये इस पर इसी क़दर उलूम-ओ-फ़नून के नए नए दरवाज़े खुलते जाऐंगे । अख़लाक़ नीयत सब्र-ओ-तहम्मुल , अख़लाक़-ओ-किरदार अज़म और एतिमाद ये वो औसाफ़ हैं जिनके ज़रीया तालिब-ए-इल्म अपने मक़सद तक रसाई हासिल कर सकता है ।
इस मौक़ा पर सदर मदर्सा बासित सिद्दीक़ी , करसपौन्डेंट इलयास अहमद राहुल मुदर्रिसीन अबदुल करीम , अब्दुल नजीब , सैयद सरफ़राज़ , एम ए सलीम , अफ़रोज़ ख़ान भी मौजूद थे । तालिबा रेशमा तबस्सुम और उम सलमी ने निज़ामत के फ़राइज़ अंजाम दिए ।