काम न करने वाले अफसरों के खिलाफ लाठी उठाएं : शिबू सोरेन

रांची/दुमका : झामुमो सरबराह शिबू सोरेन ने ज़ुल्म और नाइंसाफी के खिलाफ ज़द्दो-जहद करने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि जब वे 15 साल के थे, तभी महाजनों और सूदखोरों के खिलाफ तहरीक शुरू किया था। आज हुकुमत के खिलाफ ज़द्दो-ज़हद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तहरीक का बनावट बदल गया है। हमें अपनी दिमाग और कागज-कलम से लड़ाई लड़नी होगी। जब ये दोनों भी काम न आए तो काम न करने वाले अफसरों के खिलाफ लाठी उठानी होगी। वे झामुमो के 37वें क़याम दिन पर दुमका के गांधी मैदान में मंगल देर रात अवामी इजलास को खिताब कर रहे थे। शिबू सोरेन ने कहा कि बीडीओ गड़बड़ी करे तो लोग मुत्तहिद होकर पुरजोर मुखालिफत करें। उनसे निपटें। झामुमो सरबराह ने कहा कि संथाल परगना का आदिवासी तबके के लोग साल भर में एक ही फसल धान की खेती करता है। अब उन्हें नकदी फसल उगाने की जरूरत है।

झामुमो सरबराह ने कहा कि जंगल महकमा जंगलों का तहफुजात करने में नाकामयाब रहा है। जंगल महकमा ही लकड़ी कटवाता है। जंगल कटने से आलूदगी बढ़ा है। आबोहवा पर असर पड़ रहा है। जंगलों को बचाना होगा। इसलिए जंगलों के तहफुज़ात की जिम्मेदारी गाँव के मैनेजिंग कमेटी को सौंप देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लंबी लड़ाई के बाद अलग झारखंड रियासत की तामीर का ख्वाब साकार हुआ है। यहां के बच्चों को नौकरी मिले, इसके लिए बेटे-बेटियों को बराबरी से पढ़ाना होगा। लोग बच्चों को स्कूल जरूर भेजें।