इस बार कारकर्दगी इम्तेहान में 24 फीसद मुलाज़िमत उस्ताद फेल हो गये हैं। सबसे ज़्यादा 38 फीसद उर्दू असातिज़ा नाकामयाब रहे हैं। इसके बाद 22 फीसद जिस्मानी असातिज़ा पास नहीं कर पाये हैं।
तालीम महकमा के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी अमरजीत सिन्हा ने पीर को कारकर्दगी इम्तेहान का रिजल्ट जारी किया। 19 अक्तूबर को यह इम्तेहान हुई थी। इसमें 43447 मुलाज़िमत असातिज़ा शामिल हुए थे। इनमें 32833 पास और 10614 असातिज़ा फेल हुए। ये तमाम असातिज़ा प्राइमरी और मिडिल स्कूल के थे।
कहा कि जो असातिज़ा फेल हुए हैं, उन्हें एक मौका और मिलेगा। दूसरी बार की इम्तेहान में भी जो फेल रह गये, उनकी सर्विस खत्म कर दी जायेगी। जिन असातिज़ा ने दूसरी बार इम्तेहान दी थी और फिर फेल रहे हैं, उनकी नौकरी चली जायेगी। उन्होंने कहा कि 80 फीसद असातिज़ा बच्चों को ठीक से पढ़ा रहे हैं।
20 फीसद असातिज़ा के बारे में शिकायत रहती है कि वे पढ़ाने में लाइक नहीं हैं या दिलचस्पी नहीं लेते हैं। कारकर्दगी इम्तेहान एससीइआरटी ने ली थी। रिजल्ट महकमा और एससीइआरटी की वेबसाइट पर मौजूद है। यह तीसरी बार कारकर्दगी इम्तेहान ली गयी थी। इस मौके पर एससीइआरटी के डाइरेक्टर हसन वारिस और महकमा के तर्जुमान आरएस सिंह मौजूद थे।