ईस्लामाबाद, 01 फरवरी: (पी टी आई) 1999 की कारगिल जंग को पाकिस्तान की बड़ी फ़ौजी कार्रवाई क़रार देते हुए साबिक़ सदर परवेज़ मुशर्रफ़ ने कहा कि अगर उस वक़्त के वज़ीर-ए-आज़म नवाज़ शरीफ़ अमेरीका का दौरा ना करते तो पाकिस्तानी फ़ौज हिंदूस्तान के 300 मुरब्बा मील इलाक़ा पर क़ब्ज़ा कर लेती ।
उन्हों ने कारगिल में फ़ौजी कार्रवाई का दिफ़ा किया । क्योंकि हाल ही में दीगर फ़ौजी कमांडर्स ने उन पर ताज़ा इल्ज़ामात आइद किए हैं कि इस हमले की साज़िश इन्ही की तैयार की हुई थी । उन्होंने कहा कि रिटायर्ड जनरल शाहिद अज़ीज़ के इल्ज़ामात कि उन्होंने (मुशर्रफ़) दीगर फ़ौजी कमांडर्स को कार्रवाई की इत्तिला नहीं दी थी ।
मुशर्रफ़ ने कहा कि इसके बारे में हर एक को बताना ज़रूरी नहीं था । उन्होंने दावा किया कि शाहिद अज़ीज़ ग़ैर मुतवाज़िन शख़्सियत हैं और उनकी किरदार कुशी करने के लिए इल्ज़ामात आइद कर रहे हैं । मुशर्रफ़ ने कहा कि हमें कारगिल जंग में शिकस्त इसलिए हुई कि वज़ीर-ए-आज़म नवाज़ शरीफ़ अमेरीका के दौरे पर थे और अमेरीका की मुदाख़िलत पर जंग रोक दी गई ।
हालाँकि पाकिस्तान ने इब्तेदा में दावा किया था कि दिफ़ाई अहमीयत की पहाड़ीयों पर क़ब्ज़ा के ज़िम्मेदार मुजाहिदीन थे । लेकिन बादअज़ां मुशर्रफ़ ने अपनी ख़ुदनौशत सवानेह उमरी आन दी लाईन आफ़ फ़ायर में इन्किशाफ़ किया था कि पाकिस्तान की बाक़ायदा फ़ौज ने इस कार्रवाई में शिरकत की थी ।
शाहिद अज़ीज़ ने जो उस वक़्त आई एस आई के शोबा तजज़िया के सरबराह थे हाल ही में कहा था कि मुशर्रफ़ की ज़ेर-ए-क़ियादत फ़ौजी जनरलों के एक ग्रुप ने कारगिल जंग की साज़िश की थी ।