कारगिल जंग हिन्दुस्तानी मुसल्लह अफ़्वाज की बेमिसाल बहादुरी :मोदी

नई दिल्ली: वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने 1999 के कारगिल तसादुम के दौरान हिन्दुस्तानी मुसल्लह अफ़्वाज के जज़बा ईसार-ओ-क़ुर्बानी और जुरात-ओ-बहादुरी की आज ज़बरदस्त सताइश की और कहा कि ये जंग सिर्फ़ सरहद पर ही नहीं लड़ी गई थी बल्कि हर गाँव और हर शहर ने अपना हिस्सा अदा किया।

नरेंद्र मोदी ने  कारगिल यौमे फ़तह के मौक़े पर अपने हफ़तावार रेडियो प्रोग्राम मन की बात में कहा कि कारगिल में हमारा हर एक सिपाही ख़ुद को अपने 100 दुश्मनों पर भारी साबित कर दिखाने। मैं इन बहादुर सिपाहियों को सलाम करता हूँ जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगै़र दुश्मनों के मंसूबों को नाकाम बनादिया।

कारगिल जंग सिर्फ़ सरहद पर ही नहीं लड़ी गई थी बल्कि हर गाँव और हर शहर ने अपना हिस्सा अदा किया है। मोदी ने कहा कि ये जंग इन माँ और बहनों ने भी लड़ी है जिन के बेटे और भाई मैदान-ए-जंग पर थे। ये जंग इन लड़कियों ने भी लडी है जो नई नवेली दुल्हनें थीं जिन बापों ने इन बेटों को पैदा किया था वो ख़ुद को नौजवान महसूस कररहे थे और वो नन्हे थे जो अभी अपने बाप की उंगली थाम कर सही तौर पर चलना भी नहीं सीखे थे।

इन क़ुर्बानियों की मरहून-ए-मिन्नत हिन्दुस्तान अपना सर उठाए हुए दुनिया के साथ आगे बढ़ रहा है। वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि यौम कारगिल हमें जज़बा ईसार क़ुर्बानी जुरात-ओ-बहादुरी की याद दिलाता है।