ईस्लामाबाद 30 जनवरी ( पी टी आई ) फ़ौजी हिक्मते अमली के एतबार से ग़ैरमामूली अहमियत की हामिल बरफ़ पोश पहाड़ी चोटी पर कब्जा के लिए 1999 में पाकिस्तानी फ़ौज की तरफ़ से की गई मार्का आराई दरअसल उस वक़्त के सरबराह अफ़्वाज जेनरल परवेज़ मुशर्रफ़ की ईमा पर किया गया फोरमैन शो था ।
पाकिस्तान के एक रिटायर्ड जेनरल ने ये इन्किशाफ़ करते हुए कहा कि उस वक़्त के वज़ीरे आज़म नवाज़ शरीफ़ को इस मुहिम जोई से मुकम्मल तौर पर बेख़बर भी नहीं रखा गया था ।
लेफ्टिनेंट जेनरल ( रिटायर्ड ) शाहिद अज़ीज़ जिन्हों ने हाल ही में अपने एक मज़मून में ये इन्किशाफ़ करते हुए एक तनाज़ा पैदा कर दिया था कि कारगिल मुहिम में बाक़ायदा सिपाही भी मुलव्वस थे ।
अख़बारी रिपोर्ट ने कहा है कि पाकिस्तान के किसी सीनियर फ़ौजी ज़िम्मेदार ने साफगोई के साथ कारगिल मार्का के बारे में सनसनीखेज़ तफ़सीलात का इन्किशाफ़ किया है ।