रातू थाना हल्के के न्यू पिर्रा में जुमेरात की रात आधे दर्जन से ज़्यादा असलाहबंद मुजरिमों ने जमीन कारोबारी जहीर अब्बास के घर पर धावा बोला और डकैती की वाकिया को अंजाम दिया। मुजरिमों ने सभी को यरगमाल बना लिया और तीन घंटे तक लूटपाट की।
इस दौरान मुजरिमों के हाथ ढाई लाख रुपये नकद और तकरीबन तीन लाख रुपये के जेवरात लगे। जाते-जाते मुजरिम घरवालों को जान से मारने की धमकी दे गये। मुतासीर लोगों के मुताबिक सभी मुजरिम सफेद रंग की वैगन आर कार से रात तकरीबन 9.45 बजे पहुंचे थे। रात के 12.30 बजे तक एक-एक कमरे की तलाशी ली और असलाह के ताकत पर सभी को एक जगह बैठाये रखा। सभी 25-30 साल के थे।
घर के एक-एक कमरे को मुजरिमों ने खंगाला
जानकारी के मुताबिक रात तकरीबन 9.30 बजे जहीर अब्बास खाना खा रहे थे। उसी वक्त कार से तमाम मुजरिम वहां पहुंचे और आवाज लगायी। उनकी बीवी मोमिना खातून ने दरवाजा खोला, तो सभी जबरन घर के अंदर घुस गये।
सबसे पीछे वाले शख्स ने एक झोले से असलाह निकाला, जिसके बाद सभी मुजरिमों ने आपस में बांट लिया। एक के पास कारबाइन, जबकि दीगर के पास पिस्तौल थे। मुजरिमों ने जहीर समेत उनकी बीवी मोमिना, बेटे नदीम सरवन, वाहिर सरवर, अमन, पोता वसीम व किराये में रह रहे आमीर अली व इमरान को कब्जे में ले लिया और एक कमरे में बंद कर दिया। उनमें से एक मुजरिम ने कहा कि हमें इत्तिला मिली है कि घर में 14 करोड़ रुपये है। तुम्हें मारने के लिए दस लाख की सुपारी मिली है।
उसके बाद एक-एक कमरे की तलाशी ली गयी। तलाशी में जहीर के पास रखे डेढ़ लाख और उनकी बीवी के पास रखे एक लाख रुपया मुजरिमों ने ले लिया। वहीं मोमिना के कान से बाली, नोज पीन उतरवा लिया। फिर घर में रखे सोने की एक चेन, पांच जोड़ा कानबाली, छह पीस सोने की चूड़ी, एक मांग टीका, चांदी के पायल को मुजरिमों ने कब्जे में ले लिया। वाकिया की जानकारी मिलने के बाद रातू थाना इंचार्ज गिरीश कुमार अंबष्ट ने डकैतों को पकड़ने की कोशिश भी किया। सुबह होने पर स्वान दस्ता और फिंगर प्रिंट माहेरीन को बुलाया गया़, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली।