कार्टूनिस्ट असीम त्रिवेदी जिन्हें पार्लीमैंट और क़ौमी तराने की तज़हीक(मजाक) के इलावा बग़ावत के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया गया है, ज़मानत के लिए दरख़ास्त देने से साफ़ इनकार करदिया।
दूसरी तरफ़ पुलिस का ये कहना है के वो असीम त्रिवेदी को मज़ीद तहवील में रखने की ख़ाहां नहीं है। जस्टिस काटजू ने इसे इज़हार-ए-ख़्याल की आज़ादी की ख़िलाफ़वरज़ी क़रार दिया और सियासी क़ाइदीन पर शदीद तन्क़ीद करते हुए कहा कि आज के नेता हिटलर बन चुके हैं।