जम्हूरी मुल्कों को मुत्तहदा जद्द-ओ-जहद करने की ज़रूरत: क़ानून की हुक्मरानी पर अमल आवरी को यक़ीनी बनाया जाये
वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने ख़बरदार किया कि काला धन आलमी-ओ-अमन-ओ-यकजहती को ग़ैर मुस्तहकम कर सकता है इस लिए तमाम जम्हूरी मुल्कों को इस लानत के ख़िलाफ़ मुत्तहदा जद्द-ओ-जहद करना चाहिए। ये किसी ख़ास मुल्क को मुतास्सिर नहीं कर्रात बल्कि इसकी ज़द में तमाम मुल्क आते हैं।
अपने बैरूनी दौरे से वापसी के एक दिन बाद जिस के दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में जी 20 चोटी कान्फ्रेंस में काले धन का मसला उठाया था । मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि हिन्दुस्तान ने आलमी बिरादरी के सामने काले धन की ख़राबियों और असरात के मसाइल पेश किए हैं।
वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि उन्हें इस बात की ख़ुशी है कि आलमी बिरादरी ने काले धन के ताल्लुक़ से हिन्दुस्तान के मौक़िफ़ की हिमायत की है और उनकी बात पर गहराई से तवज्जे दी है क्यों कि ये एक ऐसा मसला है जिस से कोई एक ख़ास मुल्क मुतास्सिर नहीं होगा बल्कि तमाम मुल्कों को इस लानत का शिकार होना पडेगा।
उन्होंने ख़बरदार किया कि काले धन की लानत से आलमी अमन-ओ-यकजहती को ख़तरा है। काले धन के ज़रिया ही दहशतगर्दी ,रक़ूमात की गै़रक़ानूनी मुंतक़ली और मुनश्शियात की तिजारत होती है। इस लानत के ख़िलाफ़ मुत्तेहदा आलमी जद्द-ओ-जहद पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि जम्हूरियतों को क़ानून की हुक्मरानी पर सख़्ती से अमल आवरी के लिए काम करना होगा।
ये हमारा फ़रीज़ा है कि हम इजतिमाई तौर पर इस दुश्मन का मुक़ाबला करें। 203 प्लेटफार्म से बेहतर कोई मौक़ा नहीं था जिस में काले धन के मसले को उठाया गया था। उन्होंने जी 20 कान्फ्रेंस के नताइज का हवाला देते हुए कहा कि हमारी कोशिशों की वो से इस मसले पर जी 20 चोटी कान्फ्रेंस के सरकारी आलामिया में वाज़िह तज़किरा किया गया है।
नरेंद्र मोदी जिन्होंने म्यान्मार ऑस्ट्रेलिया और फीजी के 10 रोज़ा दौरे के दौरान पाँच चोटी कान्फ्रेंसों में शिरकत की और 38 आलमी क़ाइदीन से मुलाक़ात की थी कहा कि मैने एक चीज़ को नोट किया है कि अब सारी दुनिया की निगाहें हिन्दुस्तान पर टिकी हुई हैं और हिन्दुस्तान को सारी दुनिया की नज़रों में मुहतरम-ओ-इज़्ज़त का मुक़ाम हासिल है।