काले धन को 100 दिन में लाने का वादा नहीं किया गया

नई दिल्ली

लोक सभा में अपोज़िशन के इल्ज़ामात पर वज़ीर-ए-पार्लीमानी उमूर वेंकैया नायडू का जवाब

हुकूमत ने आज लोक सभा में बताया कि इस ने बैरूनी बैंकों में पोशीदा रखे गए काले धन को 100 दिन के अंदर वापिस लाने का कोई वाअदा नहीं किया। लोक सभा में अपोज़िशन पार्टीयों ने इस मसले पर मुसलसल हुकूमत को निशाना बनाया। काले धन के मसले पर अपोज़िशन के इल्ज़ामात का जवाब देते हुए वज़ीर-ए-पार्लीमानी उमूर एम वेंकैया नायडू ने बी जे पी के लोक सभा इंतेख़ाबी मंशूर का हवाला दिया जिस में कहा गया है कि काले धन के मसला से निमटने के लिए एक टास्क फ़ोर्स तशकील दी जाएगी।

नायडू ने काले धन के मसले पर एवान में जारी मुबाहिस के दौरान मदाख़िलत करते हुए कहा कि हम इतने लाशऊर नहीं हैं कि काले धन को 100 दिन में लाने का वादा करें। इनका ये तबसेरा उस वक़्त सामने आया जब अपोज़िशन ने हुकूमत पर शदीद तन्क़ीद करते हुए कहा था कि बी जे पी क़ाइदीन ने इंतेख़ाबी मुहिम के दौरान वादा किया था कि इक़्तेदार हासिल होते ही वो काले धन को 100 दिन के अंदर वापिस लाएंगे, लेकिन इक़्तेदार आए हुए छः माह गुज़र चुके, हुकूमत काला धन लाने में नाकाम रही है।

वेंकैया नायडू ने कहा कि बी जे पी के इंतेख़ाबी मंशूर में सिर्फ़ ये कहा गया है कि अगर उसे इक़्तेदार दिया गया तो हुकूमत रिश्वत सतानी के वाक़ियात को कम करने की कोशिश करेगी और काले धन को वापिस लाने या इस तरह के मसले से निमटने के लिए एक टास्क फ़ोर्स तशकील दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि बैरूनी बैंकों में रखे गए काले धन को वापिस लाने का अमल तेज़ी से जारी है। इस मसले से निमटने के लिए बी जे पी हुकूमत की जानिब से किए जा रहे इक़्दामात की तफ़सील पेश करते हुए उन्होंने कहा कि जब कभी 100 दिन में काम करने के लिए कहा जाता है तो इसका मतलब ये होता है कि 100 दिनों के अंदर कार्रवाई का आग़ाज़ किया जाएगा।

उन्होंने दावा किया है कि साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने भी जुलाई 2009 के अवाइल में काले धन का पता चलाने के लिए 100 दिन का हवाला दिया था लेकिन बाद में वो ख़ुद भी ये समझ गए कि 100 दिन का क्या मतलब होता है। वेंकैया नायडू के इस जवाब पर समाजवादी पार्टी लीडर मुलाय‌म सिंह यादव ने कहा कि अवाम ने बी जे पी की इंतेख़ाबी मुहिम पर भरोसा करते हुए उसे वोट दिया था और ये समझा गया था कि बी जे पी काले धन को वापिस लाएगी लेकिन हुकूमत एवान में कोई तैक़ून नहीं दे रही है।