वाराणसी।आज उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस ने अपना बिगुल फूंक दिया है। सोनिया गांधी की कामयाब रैली ने यह साबित करने के लिए काफी है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश की सियासत से 2019 लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चुनावी लड़ाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र तक ले जाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वर्ष 2017 में होने वाले उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पार्टी के प्रचार अभियान का शुरू किया। उभरे जनसैलाब के बीच कांग्रेस ने यूपी चुनाव में अपनी मौजूदगी को जबर्दस्त तरीके से बताया।इस कामयाब रैली और उमड़ी जनसैलाब को देखकर बीजेपी का कांग्रेस मुक्त भारत का नारा फिसड्डी साबित करता है। सोनिया आज एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत यहां पहुंचीं। उनके आगे सैंकड़ों बाइकसवार पार्टी के झंडे लहराते हुए हवाईअड्डे से शहर के बीचोंबीच पहुंचे। कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां एक रोड शो में भी शिरकत की। इसके तहत वह शहर के विभिन्न हिस्सों में गयीं।
इस यात्रा के दौरान राज्य में मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित, एआईसीसी के महासचिव गुलाम नबी आजाद, यूपीसीसी के प्रमुख राज बब्बर, पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और संजय सिंह उनके साथ थे। कांग्रेस ने वाराणसी में विकास की कमी को दर्शाने के लिए “दर्द-ए-बनारस” अभियान शुरू किया है। मोदी पिछले दो साल से लोकसभा में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कांग्रेस पिछले 27 साल से उत्तरप्रदेश में सत्ता से बाहर है। 27 साल यूपी बेहाल नामक प्रचार के दौरान वह कह रही है कि राज्य की स्थिति पिछले 27 साल में बद से बदतर हो गई है।
अब्दुल हमीद अंसारी। सियासत हिंदी के लिए।
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